शक्तिफार्मः एक ऐसा सरकारी विद्यालय, जहां पांच भाषाओं में होती है प्रार्थना सभा, आखिर क्यों- वजह जानकर जायेंगे चौंक
शक्तिफार्म, अमृत विचार। प्रार्थना सभा विद्यालय का दर्पण है जो विद्यालय की भौतिक, शैक्षिक, सामाजिक, मानसिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वातावरण को दर्शाता है।
छात्रों के अनुशासन का पहला पाठ प्रार्थना सभा से ही शुरु होता है जो उन्हें सामुदायिक सहभागिता की ओर अभिप्रेरित कर उनमें उदारता, सहनशीलता और मेल-जोल आदि गुणों का विकास करता है।
विकासखंड सितारगंज के क्षेत्र शक्तिफार्म में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय भुजिया एक ऐसा सरकारी विद्यालय है जहां छात्रों के सर्वांगीण विकास एवं उनमें राष्ट्रीय एकीकरण और धर्मनिरपेक्षता के भाव को उत्पन्न करने के लिए पांच भाषाओं में प्रार्थना सभा और प्रतिज्ञा आयोजित कराई जाती हैं।
यहां सप्ताह में अलग-अलग दिनों में हिंदी, कुमाऊंनी, संस्कृत, अंग्रेजी और बांग्ला भाषा में प्रार्थना होती हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक तापस चंद्र मिस्त्री ने बताया कि विभिन्न भाषाओं में प्रार्थना सभा आयोजित करने के अनेकों फायदे होते हैं। जिससे छात्रों को ईश्वर एवं आध्यात्मिकता के भाव से जोड़ने और उनमें विद्यालय की एकता का भाव पैदा किया जा सकता है।
वहीं, एसएमसी अध्यक्ष कृष्णा यादव, ब्लॉक मंत्री जयंत मंडल, उषा मधु, अमल मंडल, निखिल हालदार, राकेश सिंह, मीरा सरकार ने बच्चों को विभिन्न भाषाओं में प्रार्थना सभा के लिए तैयार किए जाने पर प्रधानाध्यापक तापस चंद्र मिस्त्री, तारा दत्त, नेहा चौहान, बाल वाटिका कार्यकर्ता शर्मिला, अनीता और जानकी को बधाई दी।
