आयकर अपीलीय अधिकरण भारत की कर न्याय प्रणाली का एक मजबूत स्तंभ : मेघवाल

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। केंद्रीय कानून और न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने रविवार को आयकर अपीलीय अधिकरण (आईटीएटी) को भारत की कर न्याय प्रणाली का एक मजबूत स्तंभ बताया और कहा कि यह संस्था दशकों से करदाताओं को निष्पक्ष, सुलभ और त्वरित न्याय प्रदान कर रहा है।

मेघवाल आईटीएटी की लखनऊ पीठ के 25 साल पूरे होने पर आयोजित रजत जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। एक बयान के मुताबिक, मेघवाल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में आईटीएटी को देश की कर-न्याय व्यवस्था का सुदृढ़ स्तंभ बताते हुए कहा कि यह संस्था दशकों से करदाताओं को निष्पक्ष, सुलभ और त्वरित न्याय प्रदान कर रही है। 

उन्होंने कहा कि अधिकरण ने तकनीकी जटिलताओं से मुक्त, कम खर्चीली एवं विशेषज्ञता-आधारित न्यायिक प्रक्रिया विकसित कर लोकतंत्र में न्याय तक पहुंच को सरल बनाया है। मेघवाल ने अधिकरण द्वारा अपनाई गई डिजिटल पहल की सराहना करते हुए कहा कि ई-सुनवाई और वीडियो कॉन्फ्रेंस जैसी व्यवस्थाओं से दूरस्थ क्षेत्रों के करदाताओं को भी समयबद्ध न्याय उपलब्ध हो रहा है। 

बयान के मुताबिक, आयकर अपीलीय अधिकरण की लखनऊ पीठ की स्थापना पांच मई 2000 को हुई थी तथा अगस्त 2000 में पहली सुनवाई प्रारंभ हुई। वर्तमान में लखनऊ में दो पीठ कार्यरत हैं जो उत्तर प्रदेश के 16 जिलों से संबंधित आयकर अपीलों की सुनवाई कर रही हैं। 

इसमें कहा गया है कि बीते 25 वर्षों में लखनऊ पीठ द्वारा 16 हजार से अधिक आयकर अपीलों का निस्तारण कर करदाताओं को न्याय प्रदान किया गया है, जबकि वर्तमान में 1592 अपीलें लंबित हैं, जिनकी नियमित सुनवाई की जा रही है। समारोह में आयकर अपीलीय अधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सी.वी. भडंग और आयकर अपीलीय अधिकरण, मुंबई के उपाध्यक्ष शक्तिजीत समेत अन्य मौजूद थे। 

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