हल्द्वानी: शहर में गड्ढे वाली सड़कों से गुजरने को मजबूर हैं लोग

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Published By Shweta Kalakoti
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गड्ढायुक्त सड़क होने के चलते जा चुकी महिला की जान 

सीएम के फर्मान के बाद भी सड़कों पर नहीं भरे गए गड्ढे खस्ताहाल सड़क होने के चलते आए दिन लगता जाम  हल्द्वानी से बरेली जोड़ने वाली रोड में ही चुके सैकड़ों गड्ढें

हल्द्वानी, अमृत विचार। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शहर की सभी सड़कें 31 मार्च तक गड्ढामुक्त करने के आदेश दिए थे। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने उनके आदेश को दरकिनार कर दिया। शहर की मुख्य सड़कों में अभी तक गड्ढा भरान का कार्य पूरा नहीं हो सका है। इससे यहां से गुजरने वाले पर्यटक और जनता जाम और गड्ढा युक्त सड़कों से गुजरने को मजबूर है।  

शहर में सड़कें खस्ताहाल होने से आए दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। इसी क्रम में ईश्वरी कॉलोनी निवासी जानकी देवी (55) बीते रविवार को अपने भांजे रविंद्र के साथ बाइक से बाजार गई थीं। लौटते समय घर से करीब 2 सौ मीटर दूर चौफुला मार्ग पर बाइक सड़क के गड्ढों के कारण नहर में गिर गई।

इससे जानकी गंभीर रूप से घायल हो गई। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। बरेली से हल्द्वानी को जोड़ने वाली सड़क में ही करीब सैकड़ों गड्ढे हो चुके हैं। लेकिन अभी तक विभाग ने गड्ढों को भरने की जहमत नहीं उठाई है। इससे दोपहिया वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे हैं।  


500 मीटर की सड़क पर 6 स्पीड ब्रेकर

शहर के अधिकांश मोहल्लों की सड़कों पर मनमाने तरीके से स्पीड ब्रेकरों का निर्माण किया गया है। जिसके चलते वाहन स्वामियों को  परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 500 मीटर की सड़क पर करीब 6 स्पीड ब्रेकर बनाए गया हैं। अधिकांश वाहन चालकों के सामने कमर और पीठ दर्द की शिकायत स्पीड ब्रेकरों के चलते बनी हुई है। लेकिन इसके बाद भी निर्माण विभाग अनजान बना हुआ है। 


दिन पर दिन सड़कें संकरी होने से लगता है जाम 

शहर की मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण के चलते सड़कें और भी दिन पर दिन संकरी होती जा रही हैं। पार्किग नहीं होने से कई वाहन सड़क पर ही खड़े मिल जाएंगे। जिसके चलते आए दिन जाम की समस्या बन जाती है, जबकि यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाती है। इसके लिए अभी तक प्रशासन ने कोई अस्थाई कदम नहीं उठाया है। जिससे आमजनों को समस्या से निजात मिल पाए। 

"नए वित्तीय वर्ष के तहत 154 किमी सड़कों पर पैचिंग वर्क के लिए नए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। टेंडर होते ही 15 से 20 के अंदर कार्य किया जाना है। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की दिशा में कार्य शुरू हो जाएगा।"
 -अशोक कुमार, ईई (लोनिवि)