रुद्रपुर: सीएमओ बोले...कृमि रोग को साधारण समस्या न समझें लोग
कहा-बीमारी जटिल हुई तो कुपोषण, आंतों में रुकावट आदि हो सकते हैं रोग
राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस को सफल बनाने के लिए आयोजित कार्यशाला को कर रहे थे संबोधित
रुद्रपुर, अमृत विचार। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सरकारी-अर्द्ध सरकारी स्कूलों में चलने वाले कृमि उन्मूलन अभियान पर चर्चा की गई। साथ ही कई बिंदुओं पर मंथन हुआ।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि कृमि रोग को साधारण बीमारी समझी जाती है। मगर अगर इसका इलाज नहीं किया जाए तो यह बीमारी जटिल होने के साथ ही कुपोषण, आंतों में रुकावट, एलर्जी इत्यादि रोग पैदा कर सकती है जो इंसानी मौत का कारण भी बनती है।
उन्होंने कहा इसमें मरीज को बुखार, शरीर का पीला होना, पेट में दर्द, दिल तेजी से धड़कना, चक्कर आना, खाने की इच्छा नहीं करना और बार-बार दस्त होना कृमि के लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब पेट के कीड़े शरीर पर आंतरिक रूप से हमला करते हैं तो बीमारी बढ़ जाती है।
इस कृमि से निजात के लिए जिले के सभी सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी स्कूलों में एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाती है। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक हिमांशु मश्युनी, डीपीओ राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम मोहम्मद आमिर खां, प्रशिक्षक डॉ. संदीप मिश्रा, मनोज खैरा मौजूद रहे।
