जबरन चुप कराने और देशद्रोही घोषित करने का चलन खतरनाक, लोकतंत्र नष्ट हो जाएगा: खड़गे 

Amrit Vichar Network
Published By Ashpreet
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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आंबेडकर जयंती के मौके पर शुक्रवार को कहा कि विपक्षी दलों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों को जबरन चुन कराने और देशद्रोही घोषित करने का चलन खतरनाक है जिससे लोकतंत्र नष्ट हो जाएगा।

खरगे ने आंबेडकर जयंती पर जारी एक बयान में संविधान निर्माता के योगदान का विस्तृत उल्लेख किया और उनके कुछ कथनों को उद्धृत करते हुए कहा कि यह गंभीर आत्मनिरीक्षण का समय है, क्या हम अपने लोकतंत्र के पतन की अनुमति देंगे और तानाशाही के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे? उन्होंने कहा  बाबासाहेब स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और सामाजिक न्याय के लोकतांत्रिक सिद्धांतों के समर्थक थे।

वह आर्थिक और सामाजिक रूप से भारत और उसके समाज के परिवर्तन के लिए अपनी प्रतिबद्धता के प्रति दृढ़ थे। उनकी बेहतरीन विरासत को संरक्षण के लिए निरंतर देखभाल की जरूरत है। उन्होंने दावा किया, आज हमारे संवैधानिक लोकतंत्र की नींव रखते हुए हमारे आधुनिक भारत के महान निर्माताओं पंडित नेहरू, सरदार पटेल , मौलाना आज़ाद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने जिस चीज की कल्पना की, वह गंभीर खतरे में है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, संसद बहस के बजाय युद्ध के अखाड़े में तब्दील हो गई है।

विपक्ष द्वारा नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष द्वारा ही। खरगे ने कहा, विपक्षी दल हों, सामाजिक समूह, गैर सरकारी संगठन, न्यायपालिका, मीडिया और आम नागरिक हों, उन्हें जबरन चुप कराना और 'देशद्रोही' घोषित करना एक खतरनाक चलन है। यह हमारे लोकतंत्र को खत्म कर देगा और हमारे संविधान को नष्ट कर देगा।

उन्होंने कहा, बाबासाहेब ने हमें भारतीय राजनीति के संदर्भ में 'हीरो-पूजा' या 'भक्ति' की बुराइयों के बारे में चतावनी दी थी...यह गंभीर आत्मनिरीक्षण का समय है, क्या हम अपने लोकतंत्र के पतन की अनुमति देंगे और तानाशाही के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे? या हमारे संविधान निर्माताओं के बेहतरीन आदर्शों की रक्षा करने का प्रयास करेंगे।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आंबेडकर को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल गांधी ने ट्विटर पर आंबेडकर के कुछ कथनों का एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि वह भारतीय संविधान के निर्माता को नमन करते हैं। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट कर कहा, बाबासाहेब आंबेडकर जी ने संविधान के ज़रिये हमें न्याय, समता और बंधुत्व जैसे मूल्य प्रदान किए। आज देश के संविधान व इन मूल्यों पर सुनियोजित हमला किया जा रहा है।

आइए, बाबा साहेब की जयंती पर अपने संविधान और बाबा साहेब के विचारों की रक्षा का संकल्प लें। जय भीम। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, हम शायद सबसे ज्यादा शिक्षित एवं प्रतिभाशाली संस्थापकों में से एक को याद कर रहे हैं। बाबासाहेब आज भी हमारे प्रेरणास्रोत हैं। पंडित नेहरू ने कहा था कि संविधान निर्माण में आंबेडकर की तुलना में किसी ने उतनी परेशानी नहीं उठाई, उन्होंने सबसे ज्यादा ध्यान दिया। आज उनकी विरासत पर हमले हो रहे हैं।

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