हल्द्वानी: नंदी हत्याकांड - गायब दस्तावेज में दफन है हत्या की असली कहानी!
हल्द्वानी, अमृत विचार। गुजरते दिनों के साथ नंदी हत्याकांड और पेचीदा होता जा रहा है। अभी तक जिन सुबूतों को पुलिस अहम मान रही थी, अब वह फीके पड़ चुके हैं। हालांकि मामले में पुलिस के पास अभी भी एक अहम लीड है। ये लीड कुछ दस्तावेज हैं, जो हत्या के बाद नंदी के घर से चोरी किए गए। अब अगर यह साफ हो जाए कि चोरी हुए दस्तावेज क्या थे तो हत्यारे की तस्वीर भी साफ हो जाएगी।
बीते गुरुवार को हैड़ागज्जर गोरापड़ाव निवासी नंदी की उसी के घर में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। सिर पर वार और चुनरी से गला घोंटकर नंदी को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस को घर से एक टिफिन मिला था, जिसे हत्यारे का माना जा रहा था। अब यह साफ हो गया है कि टिफिन नंदी का था। लीड यह भी थी कि नंदी का बीड़ी को लेकर किसी से विवाद हुआ था, लेकिन इसमें भी कुछ नहीं निकला।
घटना के अगले दिन पड़ताल के दौरान यह सामने था कि नंदी के घर में रखी फाइल से कुछ दस्तावेज गायब थे। सूत्रों के मुताबिक ये दस्तावेज एक अन्य महिला के थे। इस महिला ने अपने पति से संबंध विच्छेद किया था और नंदी इसकी गवाह थी। संबंध विच्छेद के ये दस्तावेज भी नंदी के पास थे। महिला नंदी से इन दस्तावेजों को मांग रही थी, लेकिन नंदी देने को राजी नहीं थी। अब अनुमान यह जताया जा रहा है कि इन्हीं दस्तावेजों को हासिल करने के लिए महिला ने अपने प्रेमी से नंदी की हत्या करा दी।
मैनुअल पुलिस से ही खुलेगा केस
हल्द्वानी : नंदी की हत्या के मामले में सर्विलांस काम नहीं आ रहा। नंदी का मोबाइल अब भी गायब है और सीसीटीवी से भी पुलिस को कुछ हासिल नहीं हो रहा। ऐसे में पुलिस को अब मैनुअल पुलिस के बूते ही केस को खोलना होगा। बता दें कि पदमपुरी तहसील के गौनियारों गांव के चंदन सिंह गौनिया की बीते वर्ष जून में हत्या कर दी गई थी।
उसकी लाश उसी के ससुराल के जंगल में मिली थी। वह पत्नी ने बुलाने पर ससुराल के लिए निकला था। इस मामले में भी न तो मोबाइल सर्विलांस काम आया और जंगल में सीसीटीवी तो था ही नहीं। ऐसे में पुलिस ने वहीं कैंप किया, पॉलीग्राफ टेस्ट किया और मैनुअल पुलिसिंग के जरिये दो माह में कहानी का पटाक्षेप कर दिया। मामले में पत्नी, साले और साले के दोस्त को गिरफ्तार किया गया था।
