पीलीभीत: दलबदल और बगावत नहीं आई काम...नसरीन-प्रियंका दोनों की हार
सपा की नसरीन ने पिछली बार से दोगुना पाए वोट, दी कांटे की टक्कर
पीलीभीत, अमृत विचार। नगर पालिका पीलीभीत सीट का चुनाव कई नेताओं के आगे के सियासी सफर पर ग्रहण लग गया है। लगातार दूसरी बार चुनाव में उतरीं दो महिला प्रत्याशी भले टॉप थ्री में जगह बनाने में कामयाब रहीं। मगर, दलबदल और बगावत कर चुनाव में उतरने का पैंतरा उन्हें जीत नहीं दिला सका। एक प्रत्याशी तो पिछली बार के मुताबिक भी वोट हासिल नहीं कर सकीं। मगर, पिछली बार के चुनाव में हराने वाले को दोनों ने ही पछाड़ दिया। एक-एक पायदान ऊपर उठकर आईं।
नगर पालिका सीट पर पूर्व चेयरमैन विमला जायसवाल के अलावा दो महिला प्रत्याशी ऐसी भी थीं, जोकि पिछली बार 2017 के चुनाव मे भी किस्मत आजमा चुकी थीं। पिछले चुनाव में सपा के टिकट पर प्रियंका कौशिक ने चुनाव लड़ा था। उन्हें सात हजार से अधिक वोट मिला था और चौथे नंबर पर रही थीं। इस बार उन्होंने पहले भारतीय जनता पार्टी से दावेदारी की थी।
टिकट न मिलने पर बागी बनकर निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुनाव लड़ा। चुनाव चिह्न गदा के साथ दमखम के साथ प्रचार प्रसार किया। उनकी सभाओं और रोड-शो में जुटी भीड़ से सीधी टक्कर का अनुमान लगाया जा रहा था। मगर, मतगणना के बाद परिणाम सामने आए तो वह पिछली बार से कम वोट ही जुटा सकीं। हालांकि चौथे से तीसरे नंबर पर आ गई।
उसी तरह से पिछली बार बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली नसरीन अंसारी ने इस बार सपा का दामन थामा। सपा के टिकट पर चुनाव लड़ी और पिछले चुनाव से दोगुना से अधिक वोट हासिल कर दूसरे नंबर पर जगह बनाई। भाजपा को कांटे की टक्कर भी दी।
दोनों ही प्रत्याशियों को जीत तो नहीं मिली लेकिन जिस प्रत्याशी से पिछले चुनाव में करारी शिकस्त मिली इस बार के चुनाव में उनके वोट उससे अधिक रहे। प्रियंका कौशिक 6065 वोट पाकर तीसरे स्थान पर आई, जबकि नसरीन अंसारी ने इस बार 18268 वोट पाकर दूसरे स्थान पर जगह बनाई। फिलहाल दो बार मिली हार के बाद आगे के सियासी सफर को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कोई इसे उन्नति से जोड़कर देख रहा है तो कोई हार।
यह भी पढ़ें- Nikay Chunav Parinam 2023: बिलसंडा में डीके गुप्ता ने 180 वोट से अटल को किया परास्त...मिले 3343 वोट
