बरेली: प्रत्याशी चुनाव खर्च दाखिल करने आए तो आरओ नदारद, अफरा-तफरी का रहा माहौल

बरेली: प्रत्याशी चुनाव खर्च दाखिल करने आए तो आरओ नदारद, अफरा-तफरी का रहा माहौल

बरेली, अमृत विचार। अंतिम चेतावनी दिए जाने के बाद बृहस्पतिवार को चुनाव खर्च का ब्योरा दाखिल करने के लिए कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार में प्रत्याशियों की भीड़ उमड़ी लेकिन सत्यापन के लिए जब ऐन मौके पर आरओ हाथ नहीं आए तो उनकी सांसें फूल गईं। कई प्रत्याशियों को अधूरे दस्तावेजों की वजह से भी ब्योरा दाखिल करने में दिक्कतें हुईं। कोषागार में सुबह से शाम तक अफरातफरी का माहौल रहा।

मेयर, पार्षद, नगर पालिका, नगर पंचायतों के अध्यक्ष और सभासदों का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को चुनाव आयोग की गाइड लाइन के मुताबिक तीन चरणों में चुनावी खर्च की जानकारी दाखिल करनी थी लेकिन तीनों चरणों की तारीख गुजरने के साथ मतगणना भी हो गई लेकिन प्रत्याशियों चुनाव खर्च दाखिल नहीं किया। पिछले दिनों डीएम की सख्ती के बाद कोषाधिकारी कार्यालय से प्रत्याशियों को सख्त चेतावनी के साथ 16 से 18 मई तक हर हालत में खर्च का विवरण देने के लिए अंतिम नोटिस जारी किया गया।

अंतिम चेतावनी देने के बाद पहले और दूसरे दिन तो गिनती के ही प्रत्याशी चुनाव खर्च दाखिल करने पहुंचे लेकिन बृहस्पतिवार को आखिरी दिन होने की वजह से भीड़ उमड़ पड़ी। प्रत्याशियों ने कोषागार पहुंचकर चुनावी खर्च का विवरण दिया और उसका मिलान कराया। कोषागार से लेकर सिंगल लॉक तक प्रत्याशियों की भीड़ लगी रही। बैठने की जगह नहीं मिली तो कुछ प्रत्याशियों ने लेखाकार के साथ बाहर बैठकर काम निपटाया।

यह सिलसिला शाम तक चला। तमाम प्रत्याशियों ने अपने दस्तावेजों का आरओ से सत्यापन नहीं कराया था, ऐन मौके पर आरओ हाथ नहीं आए तो उनकी परेशानी बढ़ गई। कई प्रत्याशियों को दस्तावेज पूरे न होने के कारण इधर-उधर भटकना पड़ा। मुख्य कोषाधिकारी पारस नाथ गुप्ता ने बताया कि चुनावी खर्च का ब्योरा जमा करने की अंतिम तारीख होने की वजह से काफी प्रत्याशी आए थे। खर्चाें का मिलान करा लिया गया है।

ये भी पढे़ं- बरेली: आशाओं का एमओआईसी पर अभद्रता का आरोप, जांच शुरू