देहरादून: प्रधानमंत्री बोले...बड़े दावे करने वाले दल परिवारवाद की राजनीति ही करते रहे

वंदे भारत एक्सप्रेस 

देहरादून: प्रधानमंत्री बोले...बड़े दावे करने वाले दल परिवारवाद की राजनीति ही करते रहे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की दूसरे दलों की पिछली सरकारों की आलोचना कहा- इन दलों का ध्यान घोटालों, भ्रष्टाचार तथा परिवारवाद पर था 

देहरादून, अमृत विचार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि कई वर्षों तक देश में शासन करने वालीं और ‘हाई-स्पीड’ रेलगाड़ियों को शुरू करने के बड़े-बड़े दावे करने वाली पार्टियां कभी भी परिवारवाद की राजनीति से बाहर नहीं निकल सकीं। 

देहरादून-दिल्ली के बीच उत्तराखंड की पहली वंदे भारत रेलगाड़ी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए रवाना करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आधारभूत संरचनाओं के आधुनिकीकरण पर ध्यान न देने के लिए दूसरे दलों की पिछली सरकारों की आलोचना की। कहा कि इन दलों का ध्यान घोटालों, भ्रष्टाचार तथा परिवारवाद पर था और इससे बाहर निकलने की उनमें ताकत ही नहीं थी।

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले हर वर्ष 600 किलोमीटर रेल लाइन का विद्युतीकरण होता था जो अब बढ़कर 6000 किलोमीटर प्रतिवर्ष हो गया है। पूरे देश में 90 फीसदी रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण हो चुका है और उत्तराखंड में शत प्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 के बाद रेल बजट में हुई वृद्धि का लाभ उत्तराखंड को भी मिला।

2014 से पहले उत्तराखंड को रेल सेवाओं के विस्तार के लिए 200 करोड़ रुपये से भी कम मिलते थे लेकिन आज उसे 5000 करोड़ रुपये मिल गए हैं। कहा कि 21वीं सदी का भारत अपने बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण से और भी तेजी से समृद्ध हो सकता है। लंबे समय तक सत्ता में रहने वाली पार्टियों को पहले इसका एहसास नहीं था। उनका ध्यान घोटालों और भ्रष्टाचार में लिप्त होने पर था। वे परिवारवाद की राजनीति से बाहर नहीं निकल सके। उन्होंने ‘हाई-स्पीड’ रेलगाड़ियों के बारे में भी बड़े-बड़े दावे किये थे लेकिन कुछ नहीं हुआ।

विकास के लिए नीयत, नीति और निष्ठा 

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार देश में ऐसी सरकार बनी है जिसके पास विकास हासिल करने के लिए नीयत, नीति और निष्ठा है। वह अभी-अभी तीन देशों की यात्रा से लौटे हैं और कह सकते हैं कि पूरी दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद से देख रही है। विभिन्न चुनौतियों के बावजूद पिछले कुछ वर्षों में भारत ने जिस तरह से अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है, पूरी दुनिया उसकी सराहना करती है। उन्होंने कहा कि देश को समझने के लिए दुनियाभर से पर्यटक भारत आना चाहते हैं। उत्तराखंड के लिए यह बड़ा अवसर है। 

 
सरकार का पूरा जोर विकास के नवरत्नों

उत्तराखंड के विकास के लिए डबल इंजन की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार का पूरा जोर विकास के नवरत्नों पर है। मोदी ने ‘विकास के नवरत्नों’ के बारे में विस्तार से बताते कहा कि इनमें केदारनाथ और बदरीनाथ में 1300 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्निर्माण कार्य, 2500 करोड़ रुपये की लागत से गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब रोपवे का कार्य और 2000 करोड़ रुपये की लागत से टिहरी झील विकास परियोजना के कार्य शामिल हैं। इसके अलावा, कुमाऊं में पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन, पूरे राज्य में होमस्टे को बढ़ावा देना, प्रदेश में 16 इकोटूरिज्म (पारिस्थितिकी पर्यटन) गंतव्यों को विकसित करना, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करना, 2000 करोड़ रुपये की लागत से टिहरी झील विकास परियोजना, ऋषिकेश और हरिद्वार को साहसिक पर्यटन और योग की राजधानी के रूप में विकसित करना और टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन परियोजना पर जल्द काम करना प्रदेश में विकास के अन्य नवरत्न हैं। 

 

पुष्कर सिंह धामी सरकार ने दी नई ऊर्जा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए प्रदेश में आधारभूत संरचनाएं विकसित करने की कई परियोजनाएं पहले से जारी है जिन्हें पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने नई ऊर्जा दी है। इस संबंध में उन्होंने 12,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही चारधाम महा​परियोजना, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे, रोपवे परियोजनाएं, पर्वतमाला परियोजना, 16,000 करोड़ रुपये की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का जिक्र किया। कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद उत्तराखंड का एक बड़ा क्षेत्र यहां के निवासियों और पर्यटकों के लिए सुगम हो जाएगा और यहां निवेश, उद्योग और रोजगार के नए अवसर सामने आयेंगे।