कानपुर : किरकिरी के बाद पुलिस ने रंगदारी के मुकदमे से वृद्धा का नाम हटाया

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, कानपुर । कल्याणपुर पुलिस ने प्रापर्टी विवाद में पिछले सप्ताह 100 वर्षीय बुजुर्ग महिला के विरुद्ध रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया था। पीड़िता ने परिजनों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई थी। जिससे पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। मामले में आनन-फानन पुलिस ने मुकदमे से बुजुर्ग महिला का नाम हटा दिया है।

बिरहाना रोड पटकापुर निवासी माधुरी तिवारी ने कल्याणपुर मिर्जापुर में एक प्लॉट खरीदा था। उनका आरोप है, कि उस पर फर्जी दस्तावेजों से कृष्ण मुरारी तिवारी, बुजुर्ग चन्द्रकली तिवारी, सुषमा तिवारी और ममता दुबे सहित 10-12 लोगों ने कब्जा कर लिया। आरोपी प्लॉट बनाने के बदले 10 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहे हैं। पीड़िता की तहरीर पर पनकी रोड चौकी प्रभारी आदित्य बाजपेई ने बिना जांच पड़ताल के सभी के खिलाफ रंगदारी और धमकाने में मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि चन्द्रकली की उम्र करीब 100 वर्ष है। इस पर पीड़िता ने परिजनों के साथ पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से गुहार लगाई। इस पर उन्होंने जांच के आदेश दिए थे। काफी किरकिरी के बाद आनन-फानन पुलिस ने चन्द्रकली का नाम मुकदमे से हटा दिया गया।

आंखों से दिखता कम चलने को मोहताज हूं

100 वर्षीय बुजुर्ग महिला चंद्रकली तिवारी ने पुलिस कमिश्नर से कहा था कि उसे मोतियाबिंद है, आंखों से दिखता कम है। चलने फिरने में मोहताज हूं। इसके बाद भी पुलिस ने बिना जांच किए उन पर रंगदारी का मुकदमा लिख दिया। किरकिरी होने के बाद पुलिस कमिश्नर ने एसीपी को जांच सौंपी थी।

गैंग चलाने की एफआईआर में लिखी गई थी बात

100 वर्षीय चंद्रकली और उनके परिवार पर माधुरी ने एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने मुकदमे में आरोप लगाया कि मिर्जापुर में उनका प्लॉट है। जहां चंद्रकली के परिवार ने फर्जी दस्तावेज से प्लॉट बनवा लिया। आरोप है, कि 6 मई, 2023 को ट्रॉली पर आए आरोपियों ने प्लॉट पर लगे गेट को तोड़ दिया। अगले दिन 7 मई को वह पति के साथ पहुंची तो 10 से 12 लोगों ने हमला कर दिया। आरोप लगाया कि चंद्रकली, सुषमा तिवारी, कृष्ण मुरारी और ममता दुबे वसूली गैंग चलाते हैं।

भूमाफियाओं से सांठ-गांठ का आरोप

पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि कल्याणपुर थाना प्रभारी देवेंद्र दुबे और एसीपी विकास कुमार पांडेय भू-माफियाओं के साथ साठगांठ करके लोगों को परेशान करते हैं। उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज करके जेल भेज देते हैं। इसके बाद दबंग जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं।

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