Haldwani News : कूड़ा निस्तारण अब भी सपना, चुनाव में सिर्फ वादों का झुनझुना

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Published By Shobhit Singh
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गौरव तिवारी, हल्द्वानी, अमृत विचार। इंदौर शहर स्वच्छता के क्षेत्र में बाजी मार सकता है तो हम क्यों नहीं...शहर को साफ, सुथरा व स्वच्छ रखना है। ऐसे तमाम शिगूफे जनप्रतिनिधि और अधिकारी अक्सर लोगों को बोलकर प्रोत्साहित करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में शहर से निकलने वाले कचरे के निस्तारण के संसाधन व प्रबंध के बावजूद ट्रंचिंग ग्राउंड में लगे कूड़े के ढेर को कम नहीं किया जा सका है। 

गौलापार स्थित हाइवे के किनारे लगे कूड़े के पहाड़ का निस्तारण अब भी चुनौती बना हुआ है। आए दिन ट्रंचिंग ग्राउंड की आग भड़क जाती है, जिससे गौलापार समेत शहर के आस-पास इलाकों की हवा विषैली हो रही है। कई परिवार तो इस इलाके से पलायन करने तक को मजबूर हो गए हैं। इधर, नंबर एक पर आने की ख्वाहिश और इसके लिए नगर निगम के पास पर्याप्त संसाधन भी मौजूद है। 

60 वार्ड में 1 हजार सफाई कर्मी, 100 छोटे बड़े कूड़ा वाहन और हर वित्तीय वर्ष में करोड़ो का बजट नंबर 1 की बात तो दूर है, नगर निगम हल्द्वानी देश के 10 नगर निगम में आज तक शुमार नहीं हो सका है। दूसरी ओर नगर निगम के पास पर्याप्त संसाधन मौजूद है। बावजूद इसके साफ-सफाई के मामले में शहर की रैंकिंग गिरती जा रही है।

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नगर निगम का दावा ये है कि लीगेस प्लांट में नियमित 600 मीट्रिक टन कचरे का निस्तारण किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी अब तक लीगेस प्लांट में करीब 2 लाख मीट्रिक टन कचरे का ढेर लगा हुआ है, ये सब तब है जब वित्तीय वर्ष 2022-23 में नगर निगम का कुल बजट 125 करोड़ रुपये था। 

स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान में हल्द्वानी कई वर्षों से पिछड़ता गया। वर्ष 2022 में हल्द्वानी नगर निगम ने देश में 281वां पायदान पर रहा। जबकि वर्ष 2021 में निगम में हल्द्वानी को 229वीं रैक मिली थी। 1 लाख से अधिक आबादी वाले 382 शहरों के सर्वेक्षण के आधार पर हल्द्वानी ने यह स्थान पाया है। वहीं, उत्तराखंड के 8 नगर निकायों में हल्द्वानी का 6वां स्थान रहा है। 

नियमित निकलने वाले कचरा का निस्तारण बना चुनौती 
शहर के 60 वार्डों से नियमित 200 मीट्रिक टन कचरा निकल रहा है। वहीं कुमाऊं के अन्य जिलों से भी कूड़ा हल्द्वानी के लीगेस प्लांट में पहुंच रहा है। जिसके चलते ट्रंचिंग ग्राउंड में कचरे का पहाड़ लगा हुआ है।

 नगर निगम के जिम्मेदारों का दावा था कि आगामी 6 महीनों के भीतर ट्रंचिंग ग्राउंड से कूड़े का साफ कर दिया जाएगा। लेकिन जिस सुस्त चाल से कूड़े निस्तारण कार्य चल रहा है, आने वाले दिनों में कचरे का संकट और गहराने की उम्मींद जताई जा रही है। 

 प्रदेश व देश में स्वच्छता रैंकिंग 
2021 में 4वें स्थान पर रहा प्रदेश में 
2022 में 6वें स्थान पर रहा प्रदेश में 
2121 में 281वें स्थान पर रहा देश में 
2022 में 229वें स्थान पर रहा देश में 

जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह का कहना है कि पर्यावरण की दृष्टि से पेड़-पौधे अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, लेकिन कूड़े के ढेर से उठने वाले धुएं से आस-पास की हवा में असर पड़ता है, धुएं से अत्यधिक मात्रा में कार्बन डाई आक्साइड निकलने से तापमान में भी बीते समय में वृद्धि देखने को मिली है। 

उधर, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि ट्रंचिंग ग्राउंड स्थित लीगेस प्लांट में कूड़ा निस्तारण की बराबर मानिटरिंग की जा रही है। वर्तमान समय में ट्रंचिंग ग्राउंड में सीसीटीवी कैमरे भी लगा दिए गए हैं, जिससे शरारती तत्वों की ओर से ट्रंचिंग ग्राउंड में आग लगाए जाने पर नजर रखी जा रही है। निगम का पूरा प्रयास है कि आगामी दिनों में ट्रंचिंग ग्राउंड से कूड़ा निस्तारण का काम पूरा कर लिया जाये। 

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