Haldwani News: एसटीएच में नहीं चलेगा शराबी, डॉक्टर हो या तीमारदार, होगी सख्त कार्रवाई
हल्द्वानी, अमृत विचार। सुशीला तिवारी अस्पताल में अब शराब पीकर हंगामा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। डॉक्टर, स्टाफ हो या तीमारदार कोई भी नशे धुत दिखा या किसी ने हंगामा किया तो उसकी तुरंत एल्कोमीटर से जांच कराई जायेगी। जांच में गड़बड़ी मिलने पर मेडिकल रिपोर्ट बनाकर उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
एसटीएच में आए दिन डॉक्टर, स्टाफ और तीमारदारों के शराब के नशे में धुत होकर हंगामा करने की घटनाएं सामने आती हैं। जिससे अस्पताल में अराजकता का माहौल बना रहता है। खासकर रात के समय ऐसी घटनाएं होती हैं। कुछ दिन पूर्व एक पीजी डॉक्टर और नर्सिंग अधिकारी के बीच हुए मारपीट के मामले को शराब से जोड़ा जा रहा है। लेकिन मौके पर कोई प्रमाण नहीं मिला।
दिसंबर माह में अस्पताल के इमरजेंसी में एक डॉक्टर के नशे में धुत होकर मरीजों का इलाज करने का मामला सामने आया था। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। मरीजों के तीमारदारों के हंगामा करने के बाद नशेड़ी डॉक्टर को साथी डॉक्टर वहां से ले गये थे। यहां भी शराब पीने का प्रमाण न होने के कारण डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं हो पाई।
इन घटनाओं को रोकने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने छह आधुनिक एल्कोमीटर खरीदे हैं। जिनकी कीमत 30 हजार रुपये हैं। इन एल्कोमीटर से शराब पीकर हंगामा कर रहे व्यक्ति की जांच की जाएगी। साथ ही उसकी फोटो भी ली जाएगी। जिससे रिपोर्ट में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके।
वहीं राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरुण जोशी ने कहा कि डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, कर्मचारी या तीमारदार शराब के नशे में मिला तो एल्कोमीटर से जांच कराई जाएगी। एल्कोमीटर शरीर में एल्कोहल की मात्रा की रिपोर्ट तुरंत देगा। जिससे कार्रवाई करने में आसानी होगा। जरूरत पड़ने पर रिपोर्ट को अस्पताल प्रबंधन कोर्ट में भी पेश करेगा।
