बाजपुरः सीज किए डंपर के मालिक व चालक पर पुलिस का शिकंजा, पीआरडी जवान की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज 

बाजपुरः सीज किए डंपर के मालिक व चालक पर पुलिस का शिकंजा, पीआरडी जवान की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज 

बाजपुर, अमृत विचार। खनन वाहनों की चेकिंग के दौरान चार दिन पहले एसडीएम के सरकारी वाहन को टक्कर मारने की कोशिश करने के आरोप में सीज डंपर के मालिक व चालक की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस ने इन दोनों के विरुद्ध एसडीएम के सरकारी वाहन चालक पीआरडी जवान फईम अली की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की है। 

फईम ने तहरीर में कहा है कि 10 जून को उपजिलाधिकारी बाजपुर, उपनिदेशक खनन, राजस्व निरीक्षक, राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्र रतनपुरी की ओर से कोसी नदी में अवैध खनन कर परिवहन किए जाने की शिकायत पर कोसी नदी के दोनों तरफ स्थित घाटों से अवैध खनन रोकने के लिए घाट पर गए थे। 

वहां पर खाई खुदान कार्य शुरू करवाकर लौटते वक्त ग्राम कनौरी के अंतर्गत बन्नाखेड़ा-छोई मार्ग पर ग्रिट भरे वाहन को ओवर स्पीड से ले जाने पर डंपर के चालक को वाहन रोकने का इशारा किया गया। 

चालक ने वाहन की स्पीड बढ़ा दी। इस पर उपजिलाधिकारी व उपनिदेशक खनन को गाड़ी में भरे खनन सामग्री के वैध कागजात न होने का शक हुआ। पीछा किया गया, लेकिन आरोपी चालक ओवर स्पीड से वाहन को अनियन्त्रित गति से चलाते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-74 पर दोराहे की तरफ मोड़कर भाग निकला। 

ग्राम कनौरी में डंपर को ओवरटेक कर हार्न एवं सायरन देते हुए रोकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक ने डंपर रोकने की जगह और स्पीड बढ़ा दी तथा जान से मारने की नियत से राजकीय वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की। दोनों अधिकारियों के वाहन से रास्ता ब्लॉक कर किसी तरह आरोपी डंपर को रुकवाया गया। 

अधिकारियों ने आरोपित वाहन चालक ग्राम सरोजनगर गदरपुर निवासी फिरासत अली पुत्र अली जान से अनियंत्रित तरीके से वाहन चलाने का कारण पूछा गया तो उसने वाहन स्वामी की ओर से वाहन रोकने से मना करने की बात कही। आरोपी मौके पर ड्राइविंग लाइसेंस व कागजात भी नहीं दिखा पाया। 

डंपर में भरे उपखनिज के परिवहन का प्रपत्र जे रवन्ना दिखाया गया जिसमें उपखनिज की मात्रा 50 क्विंटल (ग्रिट) जोकि ओमकार स्टोन रतनपुरी से लाया जाना अंकित था, जबकि उपखनिज की तौल कराई गई तो 593 क्विंटल माल पाया गया। जिसके चलते वाहन को सीज कर तहसील परिसर में खड़ा किया गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली। 

यह भी पढ़ें- रुद्रपुरः नोटिस के बाद मात्र एक अस्पताल के संचालक पहुंचे नगर निगम