CM योगी ने बुलाकर दिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नियुक्ति पत्र, हरदोई CMO ऑफिस नहीं दे रहा तैनाती
आज-कल, आज-कल कह कर टरकाए जा रहे हैं चयनित अभ्यर्थी
हरदोई, अमृत विचार। सीएम योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति जगजाहिर है, लेकिन हरदोई के सीएमओ ऑफिस के कर्मचारियों पर ये लागू नहीं होती है। सीएम ने शुरू से कहा है कि उनकी सरकार ज़ीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। इसमें कोई भी दखल अंदाजी करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री के ऐसे तेवर होने के बाद भी उन्ही के कारिंदे सरकार की मंशा पर पानी फेरने में लगे हुए हैं। बात की जा रही है चयनित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की,कई दिनों की दौड़-भाग करने के बाद भी उन्हें अभी तक तैनाती नहीं दी गई है। कहा जा रहा है कि साहब के कुछ खासुल्खास बाबू इसमें फील गुड करने की सोंच रहें हैं,तभी तो उन्हें हर दिन 'आज-कल, आज-कल' कहते हुए टरकाया जा रहा है।
बताते चलें कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की तैनाती की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद उन्हें राजधानी बुला कर अपने हाथों से नियुक्ति पत्र दिए,7 जून को नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे। उसके बाद चयनित अभ्यर्थियों से सभी ज़रूरी दस्तावेज़ जमा करा लिए गए, लेकिन उन्हें अभी तक तैनाती नहीं दी गई है।
बताया जाता है कि चयनित अभ्यर्थी ऐसी तपती धूप में हर दिन 9 से 10 किलोमीटर की दूरी तय कर सीएमओ कार्यालय पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें 'आज-कल,आज-कल' कह कर टरकाया जा रहा है। अंदरखाने से पता चला है कि इसके पीछे साहब के एक खासमखास बाबू फील गुड करने की मंशा पाले हुए हैं। इसमें सीएमओ की भी मंशा झलकती हुई दिखाई दे रही है, क्योंकि वे भी जाते-जाते कुछ पाना चाहते हैं। जबकि मुख्यमंत्री का साफ कहना है कि सरकार की मंशा को आईना दिखाने वाले कतई नहीं बख्शे जाएंगे, लेकिन यहां तो वही हो रहा है,जो मुख्यमंत्री नहीं चाहते हैं।
ये भी पढ़ें - कानपुर : घर में लगी आग, मां-बेटे की जलकर मौत
