Kanpur News: शुक्लागंज पुल की जगह बनेगा ट्रांसगंगा सिटी पुल, शहर में उतारने के लिए जगह की चिन्हित, पढ़ें- पूरी खबर
कानपुर में शुक्लागंज पुल की जगह बनेगा ट्रांसगंगा सिटी पुल।
कानपुर में शुक्लागंज पुल की जगह ट्रांसगंगा सिटी पुल बनेगा। शुक्लागंज में पुल बनाने के लिए पुराने पुल को डैमेज करना होगा। समानांतर पुल बनाने की जगह न होने के कारण निर्णय लिया गया।
कानपुर, अमृत विचार। अंग्रेजों के शासन काल में बनाए गए पुराने शुक्लागंज गंगापुल वर्ष 2021 में जर्जर अवस्था में होने के कारण बंद कर दिया गया था। सेतु निगम व पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने पुल के मरम्मत की स्थिति का आंकलन भी किया था, लेकिन पुल मरम्मत योग्य नही निकला। शुक्लागंज समानांतर पुल की जगह न होने के कारण ट्रांसगंगा सिटी से सरसैया घाट तक पुल का निर्माण कराया जाएगा।
कानपुर व शुक्लागंज को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर लगभग 147 वर्ष पूर्व बनाए गए पुल की मरम्मत के लिए वर्ष 2022 में सेतु निगम के अधिकारियों व पीडब्लयूडी के मुख्य अभियंता ने निरीक्षण किया था। बीते मई माह में दोबारा पीडब्ल्यूडी ने पुल की जांच की। जांच के दौरान पिलर संख्या चार व छह की स्थिति बुरी तरह से जर्जर पाई गई। अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट में बताया कि पुल मरम्मत योग्य नहीं है।
जिसके बाद से लगातार समानांतर पुल बनाने की मांग उठ रही थी। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राकेश यादव ने बताया कि सामानांतर पुल निर्माण के लिए निरीक्षण किया गया था, लेकिन जगह के अभाव के कारण संभव नहीं हो सका। अब सरसैया घाट पर फोर लेन पुल बनाया जाएगा। रैंप और पुल समेत कुल लंबाई सवा तीन किलोमीटर है।
इसके बन जाने से सिविल लाइंस, गुमटी, दर्शनपुरवा, जरीब चौकी, घंटाघर, चमनगंज, प्रेम नगर आदि इलाकों के लोग आसानी से लखनऊ और उन्नाव आ जा सकेंगे। उन्हें जाजमऊ या फिर नवाबगंज से बैराज होते हुए नहीं जाना पड़ेगा।
वर्ष 2021 में बंद किया गया था पुल
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने पुल की कोठियों में दरारों की जांच करने के बाद रिपोर्ट दी थी कि अब यह पुल वाहनों के आवागमन के योग्य नहीं बचा है। काफी जर्जर हालत में पहुंच चुका है। जिस पर कानपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने इसे बंद करा दिया था। 5 अप्रैल 2021 को इस पुल को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
बाबा घाट व गीनपार्क के पास जगह चिन्हित
कुछ दिन पूर्व मंडलायुक्त, सेतु निगम, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने जगह का निरीक्षण किया था। जिसमें पुल के डायवर्जन को लेकर जगह चिन्हित की जानी थी। अधिकारियों के मुताबिक सरसैया घाट, नित्येश्वर मंदिर के पास जगह संकरी होने के कारण पुल डायवर्जन में बाधा आ रही थी। जिसके बाद गीनपार्क चौराहा व बाबा घाट के पास जगह को चिन्हित किया गया है, जहां पर पुल को उतारने की संभावना है।
आईआईटी जांच रहा डिजाइन
पुल की डिजाइन की जिम्मेदारी आईआईटी को दी गई है। यह कार्य आईआईटी जल्द ही कर लेगा। इसके बाद प्रबंधन यह तय करेगा कि पुल का निर्माण कब शुरू कराना है।
ट्रांसगंगा के भूखंडों की दर में जुड़ी है लागत
गंगा बैराज पर बसाई जा रही ट्रांसगंगा सिटी के भूखंडों की दर में ही इस पुल की लागत जुड़ी हुई है। यही वजह है कि आवंटियों का दबाव है कि प्रबंधन जल्द से जल्द पुल का निर्माण शुरू कराए।
