MJPRU: क्यूएस वर्ल्ड सस्टेनिबिलिटी रैंकिंग के लिए रुविवि ने किया आवेदन, AIRF के लिए बनेंगी समितियां

MJPRU: क्यूएस वर्ल्ड सस्टेनिबिलिटी रैंकिंग के लिए रुविवि ने किया आवेदन, AIRF के लिए बनेंगी समितियां

बरेली अमृत विचार। नैक मूल्यांकन में ए डबल प्लस रैंक मिलने के बाद एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ और क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए नैक मूल्यांकन की तरह ही जल्द समितियों का गठन किया जाएगा। मंगलवार को कुलपति प्रो. केपी सिंह ने शोध निदेशालय में बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सोमवार को ही विश्वविद्यालय ने क्यूएस वर्ल्ड सस्टेनिबिलिटी रैंकिंग में आवेदन कर डाटा सबमिट किया है।

कुलपति ने एनआईआरएफ रैंकिंग में बेहतर परिणाम के लिए उसके सभी मानकों पर विस्तार से चर्चा की। विश्वविद्यालय की प्लेसमेंट एजेंसियों, रिसर्च प्रोजेक्ट, पब्लिकेशन, कोर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम, स्टूडेंट्स आउटकम, ऑनलाइन रिसोर्सेज फैकल्टी आदि को उन्नत कर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने की रोडमैप तैयार किया गया।

बैठक में प्रस्तुतिकरण के दौरान बताया गया कि अधिक से अधिक पीएचडी अवार्ड कराई जाएं, इसके लिए तीन साल से अधिक समय वाले छात्रों से संपर्क किया जाएगा। इसके अलावा शिक्षकों का जूनियर और सीनियर का अनुपात बराबर होना चाहिए। शिक्षकों में 20 प्रतिशत महिलाएं हों। इसके अलावा 50 प्रतिशत संख्या छात्राओं की हो।

बैठक में विश्वविद्यालय के प्रो. एसके पांडेय, प्रो. संजय मिश्रा, प्रो. एसएस बेदी, प्रो. आलोक श्रीवास्तव, प्रो. संजय गर्ग, प्रो. पीबी सिंह, प्रो. सुधीर कुमार, प्रो. विनय ऋषिवाल, प्रो. यतेंद्र कुमार, प्रो. तूलिका सक्सेना, प्रो. बृजेश त्रिपाठी, डॉ. आभा त्रिवेदी, डॉ. क्षमा पांडेय, डॉ. अमित सिंह, डॉ. गौरव राव, डॉ. अतुल कटियार, डॉ. मनोज सिंह, डॉ. विशाल सक्सेना, डॉ. जनक कपूर, तपन वर्मा, सुधारक मौर्य मौजूद रहे।

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