मुरादाबाद: 25 दिन से डॉक्टर बनकर सोसाइटी में डेरा डाले हुए थे शूटर, एक-डेढ़ साल से लिख रहे थे अनुज की हत्या की पटकथा

तीनों शूटर भेजे गए जेल, 30 लाख की सुपारी लेकर की थी अनुज की हत्या

मुरादाबाद: 25 दिन से डॉक्टर बनकर सोसाइटी में डेरा डाले हुए थे शूटर, एक-डेढ़ साल से लिख रहे थे अनुज की हत्या की पटकथा

मुरादाबाद, अमृत विचार। भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या की लंबी साजिश रची गई थी। इसके लिए साजिशकर्ता एक-डेढ़ साल से सक्रिय थे। शूटर पार्श्वनाथ प्रतिभा सोसाइटी में 25 दिन पहले से डेरा डाले थे। ये तीनों (सूर्यकांत शर्मा उर्फ शानू, सुशील शर्मा उर्फ गोलू व आकाश कश्यप उर्फ कटवा) सफेद गाउन पहनकर कॉलोनी में घूमते थे और वहां निवासियों की नजर में अपने को डॉक्टर वाली पहचान बना रखे थे। जिस टॉवर वाले फ्लैट में अनुज चौधरी रहते थे उसी में ये तीनों भी रह रहे थे। तीनों शातिर अनुज की हत्या करने का हर दिन हर क्षण मौका ही तलाश रहे थे।

सूत्रों का दावा है कि शूटरों का हत्या की पटकथा लिखने वालों ने ही सोसाइटी में रहने का ठिकाना बनवाया था। बताया ये भी जा रहा है कि प्रथम बार ब्लाक प्रमुख संतोष देवी के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव आने पर ही प्रभाकर चौधरी ने अनुज को निपटाने की ठान ली थी। इसमें उसने शातिर दिमाग का प्रयोग कर मोहित चौधरी को भी जोड़ लिया और नीरज पाल, अमित चौधरी, पुष्पेंद्र उर्फ भूरा और अनिकेत ने मिलकर अनुज की हत्या की पूरी पटकथा तैयार कर ली थी। इस पटकथा को अंतिम रूप देने से पहले बरेली जेल में मोहित चौधरी से भी राय-मिशवरा हुआ। प्रत्येक की सहमति के बाद ही शूटर तलाशे गए और 30 लाख रुपये की सुपारी तय हुई थी। इस तरह अनुज चौधरी की हत्या की बिसात पिछले एक-डेढ़ साल से बिछाई जा रही थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने बताया कि अनुज की हत्या के लिए उसके दुश्मनों ने शूटरों को 30 लाख रुपए की सुपारी दी थी। हत्या की साजिश उसके दुश्मन एक साल से रच रहे थे। इसे अंजाम देने के लिए शूटरों को उसी पार्श्वनाथ प्रतिभा अपार्टमेंट में फ्लैट किराए पर दिलाया गया था, जिसमें अनुज चौधरी रहते थे। वारदात को अंजाम देने के 25 दिन पहले से तीनों शूटर उसी सोसाइटी के फ्लैट में रह रहे थे। तीनों डॉक्टर की सफेद गाउन पहनकर सोसाइटी में पहुंचते थे। उधर, मझोला थानाध्यक्ष विप्लव शर्मा ने बताया कि तीनों घायल शूटरों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

ब्लॉक प्रमुख चुनाव व मोहित की रंजिश ले गई अनुज की जान
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव से संतोष देवी के पति प्रभाकर चौधरी और अनुज चौधरी के बीच अदावत चल रही थी। उससे पहले मोहित चौधरी पर हुए जानलेवा हमले में अनुज चौधरी का नाम आना, ये दोनों कारण उनकी जान के दुश्मन बन गए थे। बताया कि अनुज चौधरी दूसरी बार इसी महीने अगस्त में संतोष देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे थे। इसकी भनक लगने पर ब्लाक प्रमुख संतोष देवी के पति प्रभाकर चौधरी और उनके बेटे अनिकेत चौधरी ने अनुज के कुछ दूसरे विरोधियों के साथ मिलकर उन्हें रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। 2021 में अनुज ने संभल के असमोली ब्लॉक से प्रमुख पद का चुनाव लड़ा था। लेकिन, वह यह चुनाव संतोष देवी से हार गए थे।

सजायाफ्ता मोहित का भाई भी वारदात में शामिल
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में अनिकेत और नीरज पाल ने बताया था कि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव बाद अमरोहा में नेशनल हाईवे पर रजबपुर थाना क्षेत्र में मोहित चौधरी पर अंधाधुंध फायरिंग हुई थी। इसमें मोहित को 8 गोलियां लगी थीं। हालांकि, मोहित की जान बच गई थी। इस हमले में भी अनुज चौधरी का नाम आया था लेकिन, पुलिस ने अनुज चौधरी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की थी। बाद में चार्जशीट दाखिल होने पर अनुज चौधरी हाईकोर्ट से इस मामले में अग्रिम जमानत ले आया था। इस घटना के कुछ दिन बाद मोहित को छात्र नेता दीपक चौधरी की हत्या में उम्रकैद की सजा हो गई थी। मोहित बरेली जेल चला गया लेकिन, जब प्रमुख के विवाद में अनुज की हत्या की साजिश रची जाने लगी तो मोहित का भाई अमित भी इस साजिश में शामिल हो गया।

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