
कानपुर की ज्योति शुक्ला एशियन गेम्स के लिए भारतीय महिला हैंडबॉल टीम की कप्तान, बोली- जीत हासिल कर ही वतन आऊंगी वापस
कानपुर की ज्योति शुक्ला एशियन गेम्स के लिए भारतीय महिला हैंडबॉल टीम की कप्तान बनी।
कानपुर की ज्योति शुक्ला एशियन गेम्स के लिए भारतीय महिला हैंडबॉल टीम की कप्तान बनी। चीन के हांगझोऊ में 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक गेम्स आयोजित किए जाएंगे।
कानपुर, [नीरज मिश्र]। एशियन गेम्स के लिए भारतीय महिला हैंडबॉल टीम की कप्तान चुनी गईं शहर की ज्योति ने कहा कि वह पूरे जोश के साथ टूर्नामेंट में खेलने उतरेंगी। हर हाल में वह जीतकर ही वतन वापस आएंगी। टीम के सभी खिलाड़ियों ने जमकर अभ्यास किया है। हमारी जो भी कमजोरी है उसको दूर करने के लिए दिन-रात कोशिश की है। सभी के अंदर भरपूर जोश है। उन्होंने चयन के लिए भगवान के साथ अपने माता-पिता, पति और कोच के साथ अपने सहयोगियों का भी धन्यवाद किया।
चीन के हांगझोऊ में 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक आयोजित एशियन गेम्स में भारतीय महिला हैंडबॉल टीम भाग लेगी। भारतीय रेलवे में कार्यरत ज्योति शुक्ला को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधत्व करेंगी।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की शिवा सिंह और तेजस्विनी सिंह का भी चयन किया गया है। हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के संयुक्त सचिव डॉ. रजत आदित्य दीक्षित ने बताया कि एशियन गेम्स के 19वें संस्करण के लिए भारतीय टीम दिल्ली से बुधवार को हांगझोऊ के लिए रवाना हुई। इससे पहले टीम लखनऊ से दिल्ली के लिए मंगलवार को रवाना हुई थी।
जापान के साथ पहला मुकाबला
डॉ. रजत आदित्य दीक्षित ने बताया कि एशियन गेम्स में भारतीय महिला हैंडबॉल टीम को प्रारंभिक राउंड के ग्रुप बी में जगह मिली है। इस ग्रुप में भारत के साथ चीन, जापान, नेपाल और हांगकांग चीन भी हैं। भारतीय टीम 25 सितंबर को जापान के खिलाफ पहला मुकाबला खेलेगी। इसके बाद टीम 27 सितंबर को हांगकांग, 29 सितंबर को चीन और 30 सितंबर को नेपाल की टीम से टक्कर लेगी।
प्रशिक्षण शिविर में किया जमकर अभ्यास
हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के कार्यकारी निदेशक डॉ. आनन्देश्वर पाण्डेय ने बताया कि अयोध्या के डॉ.भीमराव अंबेडकर इंडोर स्टेडियम में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें टीम के सभी सदस्यों ने अभ्यास के दौरान जमकर पसीना बहाया। खेल की तकनीक, इंडयोरेंस, गति में सुधार के लिए कड़ा अभ्यास किया गया है। कहा कि विश्वास है कि भारतीय टीम उम्दा प्रदर्शन करेगी।
पिता बोले- कानपुर का बढ़ाया मान
काकादेव निवासी शिव शंकर शुक्ला की बेटी ज्योति शुक्ला का 2012 में पहली बार भारतीय टीम में चयन हुआ था। तब अंतरराष्ट्रीय पटल पर छाप छोड़ने वाली शहर की पहली खिलाड़ी बनीं थीं। जिसके बाद से ज्योति कानपुर का मान बढ़ाती आ रही हैं। मध्य वर्गीय परिवार की ज्योति के पिता की बल्ब की फैक्ट्री थी जो 2018 में बंद हो गई। परिवार आर्थिक तंगी से जूझने लगा। ज्योति ने हैंडबॉल खेलना शुरू किया और परिवार को संभालने में सफल हुईं।
2015 में बनीं टीटी
ज्योति को असफलता भी मिली लेकिन हार नहीं मानी और आर्थिक दिक्कतों से लड़ते हुए ज्योति ने 2015 में रेलवे में टीटी के पद पर नौकरी पा ली। 2023 फरवरी में ज्योति ने लखनऊ निवासी राष्ट्रीय तैराकी खिलाड़ी उदित मिश्रा से शादी की और वर्तमान में वह लखनऊ में रह रही हैं।
बंटी मिठाई, दीं शुभकामनाएं
कानपुर हैंडबॉल संघ के खिलाड़ियों और अधिकारियों ने ज्योति और पूरी टीम को शुभकामनायें दी हैं। इसके साथ ही मिठाई बांटी। इस दौरान पर साधना मिश्रा, आशा बक्सर,रामाकांती , विपिन कुमार, हरबंश जी, अनुज सिंह विनीता, मनीषा सोनकर आदि रहे।
ज्योति की उपलब्धियां :
- 2009 में पहली बार कानपुर में आयोजित हुई जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभा किया।
- 2010 में लखनऊ साईं हॉस्टल में चयन हुआ।
- 2012 में पहली बार भारतीय हैंडबॉल टीम में चयन हुआ।
- 2015 में रेलवे में टीटी के पद पर नौकरी लगी।
- 2023 में एशियन गेम्स में भारतीय टीम की कप्तान
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