लखीमपुर-खीरी: निजी अस्पताल पर पित्त में पथरी बताकर ऑपरेशन का आरोप
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। थाना पढुवा क्षेत्र के गांव जोधापुर निवासी इशहाक ने शहर के एक निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि डॉक्टर ने पित्त में पथरी बताकर मरीज के पेट का आपरेशन किया और पित्त निकाल दिया। एसपी ने जांच कर कारवाई के आदेश सदर कोतवाली पुलिस को दिए हैं।
गांव जोधपुर निवासी इशहाक ने एसपी को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि उसकी पुत्री शमा बेगम के पेट में हल्का दर्द हो रहा था। 18 अगस्त 23 को वह पुत्री को लेकर इलाज कराने जिला अस्पताल लखीमपुर जा रहा था। तभी लखीमपुर शहर के मेला मैदान में एक अज्ञात शख्स मिला। जिसने अपना नाम अरुण गिरी बताया और खुद को महेवागंज में संचालित एक हॉस्पिटल का पार्टनर बताते हुए कहा कि उसके हॉस्पिटल में लखनऊ मेडिकल कॉलेज के सर्जन डॉ. जावेद और डॉ. शाहबाज बैठते है, जो बढ़िया इलाज कर देंगे।
उसके बहकावे में आकर वह अपनी पुत्री को उसके हॉस्पिटल ले गए और में भर्ती करा दिया। जहां पर जावेद और शाहबाज नाम के डॉक्टरों ने उसे बताया कि पुत्री के पित्त में पथरी है। उसकी तमाम जांचे और ऑपरेशन कर पित्त को बाहर निकालना होगा। पचास हजार रुपए जमा करा लिए। दोनों डॉक्टरों ने पुत्री की कोई जांच नहीं कराई और उसे ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर गलत ढंग से ऑपरेशन कर पित्त बाहर निकाल दिया। इससे पुत्री की हालत बिगड़ गई।
जब उन्होंने डॉक्टरों से हालत अधिक खराब होने की बात कही तो उसे डराया धमकाया गया और लखनऊ स्थित एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया। जहां पर चार दिन इलाज चला। डॉक्टरों ने दवाई जांच सहित करीब 02 लाख रुपये ले लिए। फिर भी उसकी पुत्री की तबियत सही नही हुई है। वह मरणासन्न अवस्था में है और मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। एसपी गणेश प्रसाद साहा ने जांच कर कारवाई के आदेश प्रभारी निरीक्षक को दिए हैं। प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह ने बताया अभी कोई इस तरह का शिकायती पत्र नहीं मिला है। यदि कोई तहरीर आती है तो जांच कर कारवाई की जाएगी।
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