कभी प्रेशर पॉलिटिक्स में नहीं आते प्रधानमंत्री: नड्डा
नई दिल्ली। देश में कृषि क्षेत्र से जुड़े तीन बिलों पर विपक्ष के विरोध के बीच बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में है कि कभी प्रेशर पॉलिटिक्स में नहीं आना है। जो लोगों के लिए उचित है, उसे करने में कोई कोताही नहीं …
नई दिल्ली। देश में कृषि क्षेत्र से जुड़े तीन बिलों पर विपक्ष के विरोध के बीच बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में है कि कभी प्रेशर पॉलिटिक्स में नहीं आना है। जो लोगों के लिए उचित है, उसे करने में कोई कोताही नहीं बरतनी है। लोगों के हित के लिए सभी कार्य करने हैं।
नड्डा का बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले अकाली दल नेता हरसिमरत कौर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुकी हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय पर मीडिया से कृषि बिलों को लेकर स्पष्ट किया कि एपीएमसी भी चलेगा, जो उसमें जाना चाहते हैं, जा सकते हैं। इसके साथ-साथ एमएसपी भी चलेगी।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि लेकिन बिचौलियों के साथ मिले लोग ये कोशिश कर रहे हैं कि किसानों को गुमराह किया जाए। पहले किसान गुलामी के दौर में थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे हम किसानों को आजाद करते हैं। उन्होंने कहा कि किसान चाहे अनाज मंडी से अपनी फसल बेचे या देश के किसी कोने में अपनी फसल बेचे, उसको आजादी है, ये इन विधेयक में है।
कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि हम एपीएमसी से किसानों को बाहर लाएंगे, एसेंसियल कमोडिटीज एक्ट में जंग लग गया है, उसे हम बदल डालेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने ये करके दिखाया है।
जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वो बिचौलियों की भाषा बोल रहे हैं, किसानों की नहीं। राजनीति में कई सरकारें हमने देखी हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में कार्य, हम और पूरी दुनिया जो देखती है, वो सिर्फ कोई कार्यक्रम या पॉलिसी लागू कराने तक ही नहीं है, बल्कि उन्होंने राजनीतिक कल्चर को भी बदला है।
