Good News: Kanpur में रिंग रोड निर्माण ने पकड़ी रफ्तार, NHI के अधिकारियों ने चिह्नित जमीन पर अपना कब्जा लेना शुरू किया

कानपुर में रिंग रोड निर्माण ने पकड़ी रफ्तार।

Good News: Kanpur में रिंग रोड निर्माण ने पकड़ी रफ्तार, NHI के अधिकारियों ने चिह्नित जमीन पर अपना कब्जा लेना शुरू किया

कानपुर में रिंग रोड निर्माण ने रफ्तार पकड़ी। एनएचएआई के अधिकारियों ने चिह्नित जमीन पर अपना कब्जा लेना शुरू किया। महाराजपुर और बिनौर गांव में चयनित भूमि पर कार्रवाई।

कानपुर, अमृत विचार। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए रिंग रोड के निर्माण कार्य ने तेजी पकड़ ली है। रिंग रोड के लिए चयनित भूमि पर अवरोध उत्पन्न पैदा करने वाली जगहों पर शनिवार को प्रशासन का बुलडोजर गरजा। एनएचएआई अधिकारियों व जिला प्रशासन ने बिल्हौर तहसील के महाराजपुर व सदर तहसील के बिनौर गांव में चयनित भूमि पर रिंग रोड निर्माण के लिए कब्जों को ढहा दिया। अब भूमि का समतलीकरण कराया जाएगा। 

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की महत्वाकांक्षी परियोजना 93.20 किलोमीटर लंबी रिंग रोड के पैकेज-एक सचेंडी से मंधना व पैकेज-चार में रमईपुर से सचेंडी के लिए निर्माण कार्य शुरू हो गया है। दोनों पैकेजों में भूमि अधिग्रहण लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। 10 प्रतिशत बकाया भूमि अधिग्रहण का काम जारी है।

शनिवार को रिंग रोड निर्माण के दौरान अवरोध उत्पन्न करने वाले स्थानों पर एनएचएआई व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। इस दौरान सदर तहसील के बिनौर गांव व बिल्हौर तहसील के महाराजपुर में चयनित जगहों पर अवरोध वाले स्थानों पर जिला प्रशासन का बुलडोजर गरजा।

अतिक्रमण गिराने के बाद जिला प्रशासन ने चयनित भूमि  पर दोबारा अतिक्रमण न करने की हिदायत दी। एनएचएआई ने इन स्थानों पर अपना कब्जा ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान अवरोध वाले स्थानों को चिन्हित किया गया है। जिन और स्थानों पर और अवरोध की समस्या है, वहां जल्द कार्रवाई की जाएगी। अब इन स्थानों पर भूमि समतलीकरण का कार्य कराया जाएगा। 

पहले ही दी थी एनएचएआई ने हिदायत

रिंग रोड के लिए चयनित भूमि पर भू उपयोग परिवर्तन की शिकायतें सामने आई थीं। वहां फसल बुआई के साथ निर्माण कार्य कराया जा रहा था। भू उपयोग परिवर्तन न हो इसके लिए एनएचएआई ने कानपुर डीएम के साथ ही बिल्हौर, नर्वल व कानपुर सदर के एसडीएम को पत्र लिखकर भूमि की देखरेख करने को कहा था। अधिकारियों ने कहा था कि चयनित भूमि पर कोई निर्माण या फ़सल बुआई की जाती है तो उसका उत्तरदायी किसान होगा। 

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