प्रयागराज: रेत में तंबुओं की नगरी बसाने की तैयारी शुरु, जमीन के समतलीकरण के बाद होगा आवंटन

प्रयागराज: रेत में तंबुओं की नगरी बसाने की तैयारी शुरु, जमीन के समतलीकरण के बाद होगा आवंटन

प्रयागराज। संगमनगरी में 2024 में रेत पर बसने वाली तंबुओं की नगरी को बसाने की तैयारी शुरु कर दी गयी है। मेला प्रशासन के निर्देश पर विभाग की ओर से जमीन समतलीकरण का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। मेला प्राधिकरण के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि समतलीकरण निविदा के लिए टेक्निकल बिड खुल गई। इस बार महाकुंभ 2025 के रिहर्सल पर आयोजित होगा। 

मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि मेला की तैयारियों को तेजी से कराया जा रहा है। मेले की तैयारी में सबसे पहले जमीन के समतलीकरण का कार्य किया जाता है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सोलर हाईब्रिड एलईडी स्ट्रीट लाइट, वाटर एटीएम, विशेष डिजाइन के स्टैंड पोस्ट, थीमेटिक गेट, टायलेट में ओडर फ्री सोल्यूशन, खास डिजाइन के चेंजिंग रूम की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है।

मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि सबसे पहले जमीन समतलीकरण का कार्य शुक्रवार तक शुरू करा दिया जाएगा। सभी पांच सेक्टरों व दो सब सेक्टरों की जमीन का सीमांकन का कार्य भी आखिरी दौर में है। इस कार्य के लिये आधा दर्जन से ज्यादा लेखपाल और अमीन की नियुक्ति की गयी हैं। इसकी सारी मैपिंग  कंप्यूटर पर अपलोड हो रही है।

देव दीपावली के बाद सभी विभागों के कार्य शुरु होगे। मेला इस वर्ष 15 जनवरी 2024 से प्रारंभ होकर आठ मार्च तक चलेगा। लगभग 54 दिनों तक चलने वाला मेला 770 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। जिसमें छह पांटून पुल बनाए जाएंगे और लगभग 110 किलोमीटर लंबी चेकर्ड प्लेट्स की सड़कें बनाई जायेगी।

शहर में 34 रैनबसेरे बनाने में 96 लाख का खर्च

मेले से पहले लोगों के लिए ठंड से बचाव के लिए शहर में 34 स्थानों पर रैन बसेरा बनाया जाएगा। जिसको बनाने में लगभग 96 लाख रुपये का खर्च किया जाएगा। इसका टेंडर मंगलवार को  निकाला जा चुका है।

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