राष्ट्रीय पुस्तक मेला : सातवां दिन पुस्तक मेले में साहित्येतर विषयों की महत्वपूर्ण पुस्तकें भी
रांची। झारखंड के रांची जिला स्कूल मैदान में जारी समय इंडिया के तत्वावधान में राष्ट्रीय पुस्तक मेला में साहित्य की चर्चित और स्तरीय पुस्तकों के साथ–साथ जीवन और समाज से जुड़े अन्य विषयों की महत्वपूर्ण पुस्तकें पाठकों के लिए खासतौर पर उपलब्ध हैं । जिन्हें धर्म, राजनीति, मीडिया, सिनेमा, इतिहास, परम्परा और संस्कृति से जुड़े विषयों की पुस्तकों की तलाश है आप इस मेले में विभिन्न स्टॉल्स पर पा सकते हैं ।
सस्ता साहित्य मंडल के स्टॉल पर गांधी डायरी, हिन्दुज्म (अंग्रेजी), डॉ. अम्बेडकर: अस्वीकार का साहस, कथा सरित सागर, विज्ञापन और ब्रांड, भारतीय परम्परा की खोज, अछूत मतवाद के सच, राजा भोज की कहानियाँ, हृदय और हृदयावरण, भारतीय प्रतीकों का लोक, भले रहो, चंगे रहो जैसी महत्वपूर्ण पुस्तकें सस्ते दर पर पुस्तक प्रेमियों के लिए उपलब्ध हैं ।
राजपाल एंड संस के स्टॉल पर मोहन राकेश का रचना संसार, उनकी प्रिय कहानियाँ, मोहन राकेश के संपूर्ण नाटक, मोहन राकेश की डायरी, जे.कृष्णमूर्ति की सीखने की चाह, महेन्द्र मधुकर का कस्मै देवाय, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की चर्चित पुस्तकें, बेनजीर भुट्टो की मेरी आपबीती आदि प्रमुख हैं । किताबें आपके लिए बस तीन दिन और ही उपलब्ध हैं ।
मेला परिसर में प्रवेश की समयावधि प्रात: 11 बजे से रात्रि 7:30 बजे तक की है । इसके अतिरिक्त पुस्तक मेले में समय प्रकाशन एवं यश प्रकाशन के स्टॉल्स पर डॉ. उर्मिला प्रकाश मिश्रा की भारत के लोकजीवन में लोक कल्याण की परम्परा, डॉ. ओमप्रकाश सिंह की अगर राममनोहर लोहिया होतेे, डॉ. कुसुम पटोरिया की जागरण के अग्रदूत डॉ. भीमराव अम्बेडकर, समाजवादी समतावादी चिंतक रघु ठाकुर की विकल्प की खोज, डॉ. पी.डी. सावे की महाराजा शिवाजी राव होल्कर की पुस्तकें पाठकों को अपनी ओर खींच रही हैं ।
विभिन्न कॉलेजों से पुस्तक मेले में आए छात्र–छात्राएं : पुस्तक मेले में स्कूली परिधान में कन्धे पर बैक लटकाए आने वाले छात्र–छात्राओं का सिलसिला जारी है । आज गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, कांके, रांची के 200 छात्र–छात्राएं और सेन्ट जेवियर कॉलेज के बी.एड. विभाग के 200 छात्र–छात्राएं पुस्तक मेले में आए । इससे मेले में गहमा–गहमी रही । इन छात्र–छात्राओं को इनके साथ आए हुए अध्यापकों और मेला परिसर में उपस्थित लेखकों ने संबोधित किया ।
यह छात्र–छात्राओं के लिए तो सुखद पल रहा ही लेकिन पुस्तक मेले में आने वाले लोगों का उत्साह और अधिक बढ़ गया । यह एक तरह से नई पीढ़ी का किताबों के बीच आना पुस्तक पठन संस्कृति के लिए बेहतर वातावरण निर्मित होने की दिशा में उठाया गया कदम सिद्ध होगा । पुस्तक मेला में शुक्रवार को सायं 3:00 बजे एकल नाट्य प्रतियोगिता आयोजित है । इस प्रतियोगिता में स्थानीय नाट्यकर्मी भाग ले सकते हैं । सायं 4:00 बजे मीडिया और साहित्य विषय पर संवाद आयोजित है । इस कार्यक्रम में मीडिया, साहित्य और संस्कृति से जुड़े लेखक, पत्रकार और संस्कृतिकर्मी आमंत्रित हैं ।
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