बरेली: बेरोजगारों के लिए नौकरी, महिलाओं के लिए सुरक्षा का मुद्दा
बरेली, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा में अपने संबोधन के दौरान बार-बार यह एहसास कराने की कोशिश की कि उन्हें हर वर्ग की फिक्र है। बेरोजगार युवाओं को बड़े पैमाने पर प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां दिलाने की तैयारी की बात कहकर साधा तो महिलाओं को सुरक्षा के मुद्दे पर पिछली सरकारों से फर्क समझाने की कोशिश की।
यह भी कहा कि जो लोग पात्र होने के बाद भी सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं, विकसित भारत संकल्प यात्रा उन्हीं की जरूरत पूरी करने के लिए है।
करीब 25 मिनट के भाषण में मुख्यमंत्री ने गांव-गरीब, किसान, नौजवान से लेकर जाति-धर्म और परिवारवाद तक पर बात की। विकसित भारत संकल्प यात्रा के के लाभ गिनाते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री का विजन है जो उनका मिशन है।
यही विकसित होते भारत की तस्वीर है। इस यात्रा के जरिए जानने की कोशिश हो रही है कि कितने लोगों को योजनाओं का लाभ मिल है। मेरी कहानी, मेरी जुबानी में वे लोग अपनी बात कह रहे हैं, जिन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। उन्हें भी लाभ मिलेगा।
यूपी की कानून-व्यवस्था में बदलाव आने की बात कहते हुए महिलाओं जताने की कोशिश की कि भाजपा सरकार में वे सुरक्षित हैं। पहले की सरकारों में ऐसा नहीं था। सीएम ने कहा कि प्रयागराज में कुंभ होता है।
वाराणसी और अयोध्या में कॉरिडोर बना है तो नाथ नगरी भी पीछे नहीं है। यहां भी नाथ कॉरिडोर बनाया जा रहा है। धार्मिक आस्था को स्पर्श करते हुए हुए कहा कि नाथ कॉरिडोर को अंतिम स्वरूप देने के बाद ही वह यहां आए हैं।
धर्म-जाति के नाम पर न बंटें
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान धर्म-जाति के नाम पर बांटने वालों से आगाह किया। कहा, जाति के नाम पर बांटने वालों से सावधान रहने के साथ परिवारवाद को बढ़ावा देने वालों से भी बचकर रहना होगा। अब अपनी विरासत के लिए और आने वाली पीढ़ी के लिए साेचने की जरूरत है।
सबसे पहले देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए सबसे पहले देश, फिर समाज, फिर परिवार और सबसे अंत में हम स्वयं हैं। इसी सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह हर काम देश के नाम करे।
विपक्षी दलों पर सियासी तीर
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में 2017 से पहले कानून-व्यवस्था को लेकर कभी पिछली सरकारों पर निशाना साधा तो कभी नौकरियों में वसूली करने की बात कहते हुए उन पर चोट की। इस दौरान उन्होंने किसी दल का नाम नहीं लिया लेकिन उनका साफ इशारा सपा की तरफ था।
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