अल्मोड़ा: राज्य आंदोलनकारियों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
अल्मोड़ा, अमृत विचार। मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। कहा कि अगर जल्द उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
मंगलवार को जिले भर के राज्य आंदोलनकारी गांधी पार्क में एकत्र हुए। जहां धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार ने कुछ समय पहले सभी राज्य आंदोलनकारियों को एक समान पेंशन दिए जाने व आश्रितों को पेंशन के दायरे में लिए जाने की घोषणा की थी। लेकिन यह घोषणा आज तक पूरी नहीं हो पाई है।
उन्होंने कहा कि क्षैतिज आरक्षण का विधेयक तो विधानसभा में पारित कर दिया गया है। लेकिन यह लागू कब से होगा यह निर्धारित नहीं किया गया है। वक्ताओं ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी नौकरी की आयु सीमा से बाहर होते जा रहे हैं, लेकिन सरकार उनके प्रति गंभीर नहीं है। गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाना तो दूर सरकार ग्रीष्मकालीन राजधानी तक बनाने को तैयार नहीं है। सरकार एक ओर अपनी उपलब्धियों का ढिंढोरा पीट रही है।
वहीं आम आदमी बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। जंगली जानवरों का आतंक, पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए लोग दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। जिस कारण पहाड़ों से लगातार पलायन भी हो रहा है। धरना प्रदर्शन के दौरान ब्रह्मानंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, दौलत सिंह बगड़वाल, लक्ष्मण सिंह, रवींद्र सिंह, पान सिंह, गोपाल सिंह बनौला, दिनेश शर्मा, मोहन सिंह भैसोड़ा, जीवन सिंह, महेश पांडे, तारादत्त भट्ट, बहादुर राम, तारादत्त तिवारी, पूरन सिंह, कैलाश राम, कृष्ण चंद्र, गोविंद राम, सुशील चंद्र, तारा देवी, दीवान सिंह, ताराराम, सुंदर सिंह मौजूद रहे।
