बहराइच के कतर्नियाघाट में सूखी ग्रास लैंड, कैसे जिन्दा रहेंगे शाकाहारी वन्यजीव

बहराइच के कतर्नियाघाट में सूखी ग्रास लैंड, कैसे जिन्दा रहेंगे शाकाहारी वन्यजीव

बहराइच, अमृत विचार। कतर्निया घाट वन्यजीव में शाकाहारी वन्य जीवों को खाने योग्य घास का प्रबंधन ग्रासलैंड में किया जाता है। लेकिन वर्षों से ग्रासलैंड बंजर मैदान में तब्दील है। ऐसे में जंगल में विचरण करने वाले शाकाहारी वन्यजीवों को कैसे भोजन मिलता होगा, यह सवाल लोगों के मन में उठ रहा है। इतना ही नहीं शाकाहारी वन्य जीवों के जीवन पर संकट भी मंडराने लगा है। अब इनकी संख्या बहुत कम ही देखने को मिलती है।

कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में शाकाहारी वन्य जीवों के पालन पोषण के लिए दो स्थानों पर ग्रासलैंड का प्रबंधन का कार्य हुआ था। सुजौली रेंज में स्थित स्टेट फार्म बगुलहिया में पांच हेक्टेयर जमीन में इसका प्रबंधन वर्ष 2014 में शुरू हुआ था। वर्ष 2020 में ग्रास लैंड विशेष प्रबंधन का कार्य कैंपा योजना के तहत हुआ था। इसके अलावा आंबा के निकट ग्रासलैंड स्थित है। लेकिन विशेष प्रबंधन पर वन विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके चलते ग्रासलैंड पूरी तरह से बंजर जमीन में तब्दील हो गया है। शाकाहारी वन्य जीवों को खाने के लिए घास नहीं मिल रहा है। भोजन की उपलब्धता न होने से शाकाहारी वन्य जीवों की संख्या भी घट सकती है। क्योंकि खरगोश, हिरण, काकड़, मोर समेत अन्य छोटे वन्यजीव घास के भोजन पर ही आश्रित हैं। लेकिन वर्तमान समय में ग्रास लैंड की जो स्थिति है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जंगल में ग्रास लैंड के लिए जमीन और बोर्ड ही बचा है। बाकी कोई प्रबंधन विभाग की ओर से नहीं किया जा रहा है। इसका नतीजा है कि जंगल में अब शाकाहारी वन्य जीव झुंड में नहीं दिखते हैं। जबकि पांच से छह साल पहले यह झुंड में दिखते थे। मालूम हो कि ग्रासलैंड में शाकाहारी वन्यजीव को खाने के लिए घास और खर पतवार का उन्मूलन कार्य होता है। जिससे शाकाहारी वन्य जीवों को उनका भोजन मिल सके।

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वर्षो से नहीं हुई हैरो से जुताई
ग्रासलैंड में वन्यजीवों के लिए तैयार होने वाले घास के लिए वन विभाग द्वारा उन्मूलन कार्य कराया जाता है। इसमें नई घास में कल ले आए, इसके लिए हाथों का कंट्रोल बर्निंग होता है और हैरो से जमीन की जुताई होती है। जिसके चलते बेहतर ग्रासलैंड तैयार होता है और शाकाहारी वन्य जीवों को चरने के लिए उपयुक्त घास मिलता है। 

मौजूद है उपयुक्त घास
जंगल में शाकाहारी वन्य जीवों के लिए ग्रास लैंड का प्रबंधन हुआ है। घास भी मौजूद है। शाकाहारी जीवों को भोजन के लिए कोई समस्या नहीं है।-बी शिवशंकर डीएफओ

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