Banda: माफिया मुख्तार की मौत की होगी न्यायिक व मजिस्ट्रेटी जांच; बेटे उमर ने जेल प्रशासन पर लगाया यह आरोप...

आरोप-प्रत्यारोप के बीच मौत की जांच के आदेश किए गए जारी

Banda: माफिया मुख्तार की मौत की होगी न्यायिक व मजिस्ट्रेटी जांच; बेटे उमर ने जेल प्रशासन पर लगाया यह आरोप...

बांदा, अमृत विचार। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उसके बेटे द्वारा जेल प्रशासन पर लगाए जा रहे हत्या के आरोप पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने न्यायिक व मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए है। गुरुवार रात माफिया का शव लेने रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज पहुंचे बेटे उमर ने पिता की मौत को संदिग्ध करार देते हुए जेल प्रशासन पर हत्या कराने का आरोप लगाया था। उसने कहा कि पिता ने मौत से कुछ दिन पूर्व ही जेल प्रशासन पर स्लो प्वाइजन देने का आरोप लगाया था। वहीं माफिया की मौत के बाद शासन स्तर के अफसर जिले के अधिकारियों से मामले की पल-पल की जानकारी लेते रहे। 

गुरुवार देर शाम पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की जेल की बैरक में हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसे आनन फानन में रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान माफिया की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। घटना की जानकारी के बाद रात करीब दो बजे मुख्तार अंसारी का छोटा बेटा उमर अंसारी मेडिकल कॉलेज पहुंचा। 

पिता की मौत पर उमर ने सवाल उठाते हुए कहा कि पिता ने पहले ही जेल प्रशासन और प्रदेश सरकार पर अपनी हत्या का अंदेशा जताया था, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई। आरोप लगाया कि बीते सोमवार को भी पिता की तबियत बिगड़ी थी, जिस पर उन्हें मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। 

उस दौरान पिता ने किसी बड़े अस्पताल में बेहतर उपचार की मांग की थी, जो कि नहीं मानी गई। मुख्तार अंसारी की मौत पर लगे आरोप-प्रत्यारोप के बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेज राज शर्मा ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भगवानदास गुप्ता को पत्र लिख जांच की मांग की। जिस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एमपीएमएलए) गरिमा सिंह को जांच सौपतें हुए एक माह के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 

सीजेएम गुप्ता ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक को प्रकरण की जांच से संबंधित प्रलेख जांच अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं जिला मजिस्ट्रेट दुर्गाशक्ति नागपाल ने भी वरिष्ठ जेल अधीक्षक के पत्र का हवाला देते हुए मजिस्ट्रेटीरियल जांच कराए जाने के आदेश जारी करते हुए अपर जिला मजिस्ट्रेट वि/रा राजेश कुमार को मामले की जांच सौंप कर 15 दिन के भीतर मामले की जांच पूरी करने और विस्तृत आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 

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