बदायूं: डीएम ने खोली लॉटरी, 548 बच्चों को आवंटित हुए विद्यालय 

आरटीई योजना के अंतर्गत पहले चरण के आवेदन की निकाली गई लॉटरी

बदायूं: डीएम ने खोली लॉटरी, 548 बच्चों को आवंटित हुए विद्यालय 

बदायूं, अमृत विचार। जिले के विभिन्न निजी स्कूलों में मंगलवार को शिक्षा के अधिकारी अधिनियम (आरटीई) के तहत ऑनलाइन लॉटरी निकाली गई। जिसमें 548 बच्चों को स्कूल आवंटित किए गए। मानक पूरा न कर पाने वाले 119 बच्चों का आवेदन निरस्त कर दिया गया। साथ ही सीटें फुल होने की वजह 145 नि:शुल्क शिक्षा के तहत स्कूलों में प्रवेश लेने से वंचित रह गए। 

जिले में तीन हजार से अधिक निजी स्कूल विभिन्न बोर्डों से मान्यता प्राप्त हैं। इसके बाद भी मात्र 751 स्कूलों द्वारा आरटीई की पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। पंजीकृत विद्यालयों की 25 प्रतिशत सीटों को भरने के लिए एक मार्च से 30 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन लिए गए। इस दौरान 812 अलाभित व दुर्बल समूह के बच्चों ने प्रवेश के लिए आवेदन किया। वहीं एक से सात मार्च के बीच शिक्षाधिकारियों के माध्यम से आवेदन के सत्यापन कराए गए जिसमें 693 आवेदन स्वीकार किए गए। 

प्रवेश के तहत समय सारणी के अनुसार ऑनलाइन लॉटरी डीएम के समक्ष कराई गई जिसमें 548 बच्चों को निजी विद्यालयों की सीटें आवंटित हो सकी हैं। जबकि 145 विद्यार्थी ऑनलाइन लॉटरी में बाहर हो गए। बताया जा रहा है कि आरटीई के तहत विद्यालयों का पंजीयन न होने से सीटें आवंटित नहीं हो सकी है। शत-प्रतिशत निर्धन आय वर्ग के बच्चों को लाभ नहीं मिल सका है। जिला समन्वयक सामुदायिक शिक्षा पीसी श्रीवास्तव ने बताया कि तय समय में बीईओ स्तर से बच्चों का निजी विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जाएगा। 

वहीं, 18 तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी होगी। इससे पूर्व पहले चरण के दौरान बीस जनवरी से 18 फरवरी के बीच आए 3233 आवेदनों में 2646 की लॉटरी निकाली गई। जिसमें मात्र 942 को ही स्कूल आवंटित हो सके थे। बीएसए स्वाती भारती ने बताया कि निजी विद्यालयों के आवंटित सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। सभी बीईओ को शत-प्रतिशत दाखिले में सक्रिय भूमिका निभाने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। कुछ बच्चों का प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बच्चों का प्रवेश दिलाया जा रहा है। प्रवेश लेने में आनाकानी करने वाले स्कूलों को चेतावनी दी जा रही है।

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