रायबरेली: बाराती संग बैलगाड़ी से दुल्हन के घर पहुंचे दूल्हे राजा

रायबरेली: बाराती संग बैलगाड़ी से दुल्हन के घर पहुंचे दूल्हे राजा

रायबरेली, अमृत विचार। हर कोई अपने विवाह को यादगार बनाने के लिए आधुनिक सुख सुविधाओं के साथ दुल्हन के घर पहुंचता है। शादियों के दौरान आपने कई ऐसी तस्वीरें भी देखी होंगी, जिसमें दूल्हा हेलीकॉप्टर और लग्जरी गाड़ी से बारात लेकर पहुंचता है। मगर, आज के आधुनिक जमाने में एक ऐसी बारात निकाली, जिसे लोग देखते ही रह गए।

बैलगाड़ियों की एक लंबी कतार, जिस पर दूल्हे राजा सवार होकर निकले सड़क पर बैलगाड़ियों का लंबा काफिला जिसने भी देखा वह देखता ही रह गया। इस दौरान कोई वीडियो बनाने लगा तो कोई सेल्फी लेकर इस पल को अपने कमरे में कैद करने लगा। आधुनिकता के इस दौड़ में बैलगाड़ी से निकली बारात लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गई।

मामला डीह थाना क्षेत्र के अंतर्गत खुरहटी गांव का है, जहां के रहने वाले राहुल यादव पुत्र सुरजपाल यादव अपनी शादी में लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल न करके पुरानी संस्कृति को अपनाया है और कई बैल गाड़ियों से बारात को अपने घर से बेहटा गांव के लिए दुल्हन को लाने के लिए निकला। बताया कि पिता की इच्छा थी कि अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाए। इसीलिए बैलगाड़ी से बारात निकालने का निर्णय लिया गया।

आधुनिकता के इस दौड़ में जहां शादी विवाह के अवसर पर लोग फॉर्च्यूनर, मर्सिडीज़, इनोवा जैसी लग्जरी गाड़ियों से बारात ले जाना अपनी शान समझते हैं। वहीं आज के समय में राहुल यादव ने पुरानी परंपरा के माध्यम से अपनी संस्कृति को जीवित रखने की कोशिश करते हुए बैलगाड़ियों के साथ निकल पड़े। बैलों के गले व पैरों में सजे हुए घुंघरू खनखन की आवाज से निकली बारात लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी, जिसको देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटी। अपनी दुल्हनियां को लेने के लिए बैलगाड़ी पर सवार होकर जब दूल्हा निकला, तो हर कोई उसे निहारने लगा। चांदी के आभूषण के साथ धोती, कमीज और पारंपरिक वेशभूषा में सजे दूल्हे ने कहा कि उसने अपनी परंपरा निभाई है। देसी अंदाज में निकली इस बारात की लोगों ने जमकर सराहना की।

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