बरेली: शाही थाना प्रभारी और दुनका चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर, जानिए क्या है मामला?

बरेली: शाही थाना प्रभारी और दुनका चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर, जानिए क्या है मामला?

बरेली/दुनका/मीरगंज, अमृत विचार: शाही क्षेत्र के दुनका में लूटपाट के बाद महिला की गोली मार कर हत्या करने के मामले में एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने शाही थाना प्रभारी सतीश कुमार नैन और दुनका चौकी इंचार्ज जगदीश चंद्र जोशी को लाइन हाजिर कर दिया है।

एसएसपी ने दोनों के निलंबन के लिए चुनाव आयोग को संस्तुति की है। पुलिस अधिकारियों की प्राथमिक जांच में दोनों की लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने हेमलता के पिता हरीश कुमार की तहरीर पर हत्या और लूट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

हेमलता के पिता हरीश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि दामाद की मोटरसाइकिल के आगे बदमाशों ने अपनी मोटरसाइकिल लगाकर रास्ता रोक दिया और दामाद और उनकी बेटी के साथ छीनाझपटी करने लगे। आरोप है कि पीछे से दो व्यक्ति हाथों में तमंचा लेकर आए और विरोध कर रही उनकी बेटी हेमलता की गोली मार कर हत्या कर दी। जबकि दामाद राजकुमार को तमंचे की बट से पीटा। बदमाश उनकी बेटी के जेवर और नकदी लूटकर फरार हो गए। दामाद राजकुमार ने अपने घर वालों को फोन किया जो मौके पर पहुंचे और घायल अवस्था में अस्पताल ले गए। परिजन जब मौके पर पहुंचे तो उसकी बेटी मृत अवस्था में पड़ी मिली।

अल्ट्रासाउंड में चार महीने की गर्भवती निकली थी हेमलता
बकेनिया निवासी राजकुमार सोमवार सुबह करीब 10 बजे घर से ससुराल शीशगढ़ के गांव मल्साखेड़ा जाने के लिए निकला था। ससुराल में दोपहर को खाना खाने के बाद पत्नी हेमलता का शीशगढ़ में अल्ट्रासाउंड कराया। जिसमें चार महीने का गर्भ निकला। उसके बाद वह शीशगढ़ से दुनकी अपने मौसी के घर पहुंचा। वहां पर एक घंटे रहने के बाद रामपुर में मिलक के एक गांव में रिश्तेदार के यहां पहुंचा।

वहां पर पूरी रात रुक कर मंगलवार सुबह खाना खाकर दोनों फिर मल्सा खेड़ा पहुंचे। यहां से मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे बाइक से निकले थे। दुनका से निकलकर इंडियन पेट्रोल पंप बाइक में पेट्रोल डलवाया और फिर चकरोड से जा रहे थे।

हत्या के बाद पति पहुंचा अस्पताल, बोला मुझे भर्ती कर लो
पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना के बाद राजकुमार मोटरसाइकिल वहीं पर छोड़कर चला गया। उसके बाद धनेटा के एक निजी अस्पताल में पहुंचा। वहां डॉक्टरों से कहा कि भर्ती कर लो, हमें चोरों ने मारा है। इस पर डॉक्टरों ने भर्ती करने से साफ इन्कार कर दिया। उसके बाद एक दूसरी निजी अस्पताल में पहुंचा। वहां पर भी भर्ती करने से इन्कार कर दिया गया। उसके बाद बरेली शहर के सेटेलाइट बस अड्डे पर पहुंचा। 

घटना स्थल पर पुलिस अधिकारी पहुंचे तो वहां पर राजकुमार की भूमिका संदिग्ध दिखी। जिस पर पुलिस उसे शहर से ढूंढ कर घटना स्थल पर लेकर पहुंची। जहां पर पूरी रात पूछताछ कर जानकारी हासिल की। उसके बाद सुबह छोड़ दिया। जहां पत्नी की दो गोली मारकर हत्या की गई और पति को खरोंच तक नहीं आई। उसके बाद भी वह अस्पताल में भर्ती होने के लिए पहुंच गया। जिससे पुलिस का शक और गहरा रहा है।

दो एसपी समेत चार थानों की फोर्स की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार
पुलिस ने बुधवार को हेमलता के शव का अंतिम संस्कार कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। जिसके बाद परिजन शव को लेकर गांव पहुंचे। वहां पर एसपी देहात दक्षिणी मानुष पारीक, एसपी उत्तरी मुकेश चन्द मिश्रा, दो सीओ समेत चार थानों की पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। विधायक डॉ. डीसी वर्मा भी गांव पहुंचे और परिजनों से बातचीत की।

पुलिस अधिकारियों के सामने ही भीड़ ने की बदसलूकी
घटना के बाद जब ग्रामीणों ने जाम लगा दिया तो मौके पर एसएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। जहां पर भीड़ ने जाम लगाकर पुलिस के सामने ही बदसलूकी की और करीब पांच घंटे तक जाम लगा दिया। इन सभी कारणों से ही एसएसपी ने थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई की है।

शाही थाना प्रभारी और दुनका चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही चुनाव आयोग को निलंबित करने के लिए संस्तुति की गई है। पुलिस हत्यारोपी के बेहद करीब है। कई पहलुओं पर जांच की जा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा---घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी।

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