पीलीभीत: भुगतान के पीछे 20 प्रतिशत की किसकी थी आस्था, ADM ने शुरू कराई जांच...अब खुलेंगी परतें
पीलीभीत, अमृत विचार। नगर पालिका के शेल्टर होम संचालनकर्ता से भुगतान के बदले 20 प्रतिशत कमीशन मांगने के आरोपों की अब जिला प्रशासन जांच कराएगा। मामले को संज्ञान में लेते हुए एडीएम वित्त एवं राजस्व ने डूडा प्रभारी को मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। जिससे अब ये माना जा रहा है कि सत्यता तो सामने आएगी, साथ ही शेल्टर होम के खेल की परतें भी खुल सकती हैं।
मामला नगर पालिका की ओर से केजीएन कॉलोनी के पीछे बनवाए गए शेल्टर होम से जुड़ा है। इसका संचालन लखनऊ की फर्म हेल्पिंग यूथ फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। फर्म संचालक ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर भुगतान के बदले पालिका में तैनात लेखा लिपिक, ईओ व चेयरमैन पति पर 20 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया है।

भेजे गए पत्र में कहा था कि अनुबंध के मुताबिक एक लाख रुपए प्रतिमाह और तीन माह का एडवांस तीन लाख रुपए मिलना चाहिए, लेकिन 15 महीने बीतने के बाद भी एक रुपए का भुगतान नहीं किया गया। इधर डूडा की ओर से फर्म को भुगतान के लिए जनवरी में 12 लाख रुपये पालिका के खाते में भेजे जाने की बात कही।
आरोप लगाया था कि जब उन्होंने भुगतान करने को कहा तो 20 प्रतिशत कमीशन देने के बाद ही भुगतान करने की बात कह दी गई। हालांकि चेयरमैन डॉ.आस्था अग्रवाल ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए शेल्टर होम संचालन के नाम पर खिलवाड़ करने की बात कही है।
इधर भुगतान के बदले कमीशन मांगने का मामला सामने आने पर जिला प्रशासन भी गंभीर हुआ है। इस पूरे प्रकरण की हकीकत जानने को जांच कराने का निर्णय लिया गया है। एडीएम वित्त ऋतु पूनिया ने डूडा प्रभारी/एसडीएम सदर देवेंद्र सिंह को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
मामला संज्ञान में आया है। इस मामले में डूडा प्रभारी/एसडीएम सदर से जांच आख्या मांगी गई है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। - ऋतु पूनिया, एडीएम वित्त
