UP: बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने, जबरन वसूली करने वाला गैंग पकड़ा

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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अमरोहा, अमृत विचार। पुलिस ने बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने, बंधक बनाकर जबरन वसूली करने वाले गैंग का खुलासा कर दो हिस्ट्रीशीदर बदमाशों, एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि इस गिरोह का सरगना आरोपी दरोगा फरार है। वह हापुड़ जिले के सिंभावली थाने में तैनात है। पुलिस ने 20 हजार रुपये व घटना प्रयुक्त एक मोबाइल बरामद चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है।

रविवार को एसपी अमित कुमार आनंद ने पुलिस सभागार में प्रेस वार्ता कर पूरी घटना का खुलासा किया। संभल जिले के एचौड़ा कंबोह थाना क्षेत्र के गांव सलेमपुर सलार उर्फ हाजीपुर निवासी नईम पुत्र अनीस अहमद ने गजरौला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। नईम ने आरोप लगाया था कि उन्हें झूठे रेप के मुकदमे में फंसाया गया, बंधक बनाया गया और एक लाख 25 हजार रुपए वसूल लिए। शिकायत के अनुसार, दरोगा नितिन कुमार वर्मा पुत्र रवींद्र वर्मा (निवासी चांगेरी, डिलारी, मुरादाबाद), दो कांस्टेबल और एक महिला ने उसे दुष्कर्म के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे एक लाख 25 हजार रुपये की वसूली की।

गजरौला पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से इस मामले में कार्रवाई की। पुलिस ने सिंभावली निवासी हिस्ट्रीशीटर खालिद, हिस्ट्रीशीटर दीपक, पीआरडी जवान लाखन और हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र के गांव रझेड़ा निवासी महिला कौशर को गिरफ्तार कर लिया। जबकि दरोगा नितिन कुमार वर्मा और रेलवे स्टेशन गजरौला निवासी नवीन वर्मा फरार हैं। एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि दरोगा नितिन वर्मा और खालिद ने नईम से वसूली का प्लान बनाया था। 

खालिद नईम को पिछले 10 सालों से जानता था। घटना 11 दिसंबर की है जब दरोगा नितिन वर्मा ने पीआरडी लाखन को दबिश में चलने को बोलकर अपने साथ लाया था। साथ ही नवीन को भी लेकर आया था। खालिद ने नईम को प्लाट खरीदने के बहाने निर्माणाधीन पुलिस लाइन के बाहर बुलाया। इस दौरान दरोगा ने नईम को कार में बैठाया और गजरौला ले गए। जहां खालिद महिला कौशर को लेकर आया। यहां नईम पर बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाकर उससे 5 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद नईम को दीपक की दुकान में लेकर चले गए। नईम के परिवार वालों से 1.25 लाख रुपये वसूली करने के बाद छोड़ दिया। एसपी ने बताया कि पकड़े गए खालिद, दीपक और पीआरडी जवान लाखन पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं।

 

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