हल्द्वानी: सरकारी संस्थानों व स्कूलों के रिचार्ज पिट बढ़ाएंगे शहर का भूमिगत जलस्तर

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। अक्सर यह देखा जाता है कि बारिश का पानी यूं ही सड़क और नालियों में बर्बाद होता रहता है जबकि दूसरी तरफ गर्मियों में लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिलता है। अब इसी संकट से निपटने के लिए एक योजना पर काम किया जा रहा है। जिसमें भूमिगत जलस्तर बढ़ाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।

योजना के तहत भूमिगत जलस्तर बढ़ाने के लिए रिचार्ज पिट बनाये जा रहे हैं। आरटीओ परिसर से इसकी शुरुआत हो रही है। परिवहन विभाग ने परिसर में रिचार्ज पिट बनाने की अनुमति दे दी है जिसके लिए डिजायन बनाया जा रहा है। समाज कल्याण परिसर में भी रिचार्ज पिट बनाने की अनुमति मिल चुकी है। एडीबी शीघ्र यहां भी काम शुरू करने वाला है।

इसी तरह शहर के अन्य सरकारी संस्थानों और सरकारी स्कूलों के परिसर में भी रिचार्ज पिट बनाए जाएंगे। योजना पर शहरी विकास विभाग के अंतर्गत एडीबी एशियन डेवलपमेंट बैंक काम कर रहा है। वर्तमान में एडीबी सभी सरकारी संस्थानों का सर्वे कर रहा है। योजना में सरकारी संस्थानों के परिसर में जगह उपलब्ध होने पर मशीन से बोर किया जाएगा और एक टैंक बनाया जाएगा जिसमें संस्थान की छत से पाइप के जरिये पानी को टैंक तक लाया जाएगा जहां पानी को फिल्टर कर जमीन में रिसने के लिए छोड़ दिया जाएगा।

वहीं, जिस परिसर में कम जगह उपलब्ध है वहां मैनुअली काम किया जाएगा। एडीबी की ओर से शहर के सरकारी स्कूलों को रिचार्ज पिट बनाने के लिए पत्र भेजा है। स्कूलों की ओर से अनुमति मिलने पर रिचार्ज पिट का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। यूयूएसडीए के प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिंह ने बताया कि शहर में कुल 17 लोकेशन का सर्वे किया गया है जिसमें कुछ स्थानों में रिचार्ज पिट बनाने की अनुमति मिल चुकी है।

ब्लॉक कार्यालय व नारायण नगर स्कूल में बना है रिचार्ज पिट
ब्लॉक कार्यालय में पूर्व में तीन रिचार्ज पिट बनाए गए हैं। यहां बड़ा परिसर होने से काफी मात्रा में पानी एकत्र होता है। रिचार्ज पिट बनने के बाद पानी बर्बाद होने से बचाया जा रहा है और इसे फिल्टर कर भूमिगत जल स्तर बढ़ाने के लिए जमीन में छोड़ा जा रहा है। साथ ही नारायण नगर स्कूल में भी एक रिचार्ज पिट बनाया गया है जहां वर्षा जल संग्रहण कर पानी को फिल्टर कर जमीन में छोड़ा जा रहा है। 

तीन परतों के जरिये पानी होगा साफ

रिचार्ज पिट बनाने के लिए सात फीट लंबा, चार फीट चौड़ा तथा एक फीट गहरा गड्ढा तैयार किया जाएगा। पिट बनाने के लिए उस गहराई तक बोरिंग की जाएगी जहां पूर्वव्यापी क्रंकीट परत मिल जाएगी। यह परत किसी स्थान पर 30 एमएम में तो कहीं 50 एमएम की गहराई पर मिलती है। इसके बाद तीन अलग-अलग परतों के जरिये बारिश के पानी को फिल्टर किया जाएगा जिसमें पहली परत में 1.5-3 एमएम कोर सैंड, दूसरी परत में 5-10 एमएम ग्रेवल (रोड़ी) और तीसरी परत में 20 एमएम की रोड़ी बिछाई जाएगी। इसके बाद छिद्रयुक्त पीवीसी पाइप से साफ पानी जमीन में रिस जाएगा। 

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