बाराबंकी: बजट पर प्रतिक्रियाएं, अच्छा तो किसी ने कहा झुनझुना
बाराबंकी, अमृत विचार। केंद्र की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा लोकसभा में कल पेश किए गए आम बजट को लेकर जिले के विभिन्न वर्गों से जुडे़ लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। किसी ने नए टैक्स स्लेब में मिले छूट के खास मध्यम वर्ग के लिए राहत भरा बताते हुए अच्छे बजट की संज्ञा दी है तो किसी ने युवा, किसान, महिलाओं आदि के लिए कोई विशेष व्यवस्था न किए जाने से इसे मात्र झुनझुना बताया है। केंद्रीय बजट आने के बाद अमृत विचार ने जिले के कुछ प्रबुद्धजनों से इस संबंध से दूरभाष पर बातचीत कर उनकी प्रतिक्रियाएं जानी। बजट में जहां महिलाओं के लिए तीन हजार करोड़ की योजनाओं की बात कही गई है। वहीं किसानों के लिए प्राकृतिक खेती की शुरूआत कर उन्हें लाभांवित करने की बात कही गई लेकिन किसान सम्मान निधि की राशि में इजाफा और एमएसपी पर कोई घोषणा न होने से मायूसी भी है।
एक लाख तक होना चाहिए था स्टैंडर्ड डिडक्शन
वित्तीय वर्ष 2024-25 में सलारिएड पर्सन के लिए स्टैण्डर्ड डिडक्शन 50 हज़ार से 75 हज़ार किया गया है। जो कि कर्मचारियों की अपेक्षा के अनुरुप नहीं है। स्टैण्डर्ड डिडक्शन एक लाख तक बढ़ाये जाने की उम्मीद थी। कर्मचारियों की टैक्स स्लैब में परिवर्तन करते हुए यद्यपि कुछ रहत प्रदान की गई है। पुरानी पेंशन बहाली पर भी कोई ध्यान रखा जाना चाहिए था।
मुस्तफा खान, जिलाध्यक्ष, विकास भवन कर्मचारी परिषद।
बाकी सब ठीक लेकिन महंगाई पर हो कंट्रोल
केंद्रीय बजट में महिला केंद्रित योजनाएं शुरु करने की बात कही गई है। यह अच्छी पहल है। कार्यस्थल पर छोटे बच्चों के देखभाल के लिए क्रेच बनाने की घोषणा भी कामकाजी महिलाओं के लिए राहतभरा है। इससे आधी आबादी को नौकरी करने में राहत मिलेगी लेकिन महंगाई पर अंकुश लगाने को लेकर ठोस कदम उठाना भी जरुरी है। इस पर ध्यान देना जरुरी था।
सुषमा बाजपेयी, ग्रहणी।
टैक्स में छूट से वेतन भोगी होंगे लाभांवित
बजट में वेतन भोगियों के लिए एक अच्छी खबर है की स्टैंडर्ड डिडक्शन को बढ़ा कर नए रिजीम में 75 हजार कर दिया गया है व कैपिटल गैन की लिमिट को एक लाख से बढ़ाकर 1.25 लाख कर दिया गया है। साथ ही सात लाख तक आय पर 5 प्रतिशत टैक्स का प्रावधान है इससे वेतन भोगी लाभान्वित होंगे। एमएसएमई सेक्टर में मुद्रा लोन की राशि में बढ़ोतरी लोगों को कहीं न कहीं स्वरोजगार की तरफ सरकार के प्रयास को दर्शाती है।-अश्वनी श्रीवास्तव, चार्टड एकाउंटेंट।
आम बजट में कृषि क्षेत्र पर खास फोकस किया गया है। उसके लिए 1 लाख 52 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह बजट पांच साल के लिए हमारी दशा व दिशा तय करेगा। साथ ही 2024 तक विकसित भारत की आधारशिला रखने में अहम भूमिका निभाएगा। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की किसान इससे सबसे ज्यादा लाभान्वित होने वाले हैं।
राम सरन वर्मा, पद्मश्री किसान।
यह बजट व्यापारियों के लिए काफी बेहतर है। इस बजट को लेकर केंद्र की मोदी सरकार की सराहना की जानी चाहिए। केंद्र सरकार ने कई बड़े बदलाव किए हैं। इस बजट से आम आदमी को भी लाभ पहुंचेगा। साथ ही व्यापारी इससे काफी राहत महसूस करेंगे। महंगाई पर भी लगाम लगेगी। यह बजट काफी बेहतर है और इसमें व्यापारी वर्ग का विशेष ध्यान दिया गया है।
--रोहिताश्व दीक्षित, व्यापारी नेता।
बजट में पुरानी पेंशन एवम आठवें वेतन आयोग की घोषणा नही की गई और न ही टैक्स स्लैब में ही कोई परिवर्तन हुआ है। स्टैंडर्ड डिडक्शन में 25 हजार की राहत ऊंट के मुंह में जीरा साबित होगी। कुल मिलाकर शिक्षकों एवं कर्मचारियों के लिए यह निराशाजनक बजट है। इस बजट से हमें कोई फायदा नहीं मिलने वाला।
--डॉ. आशुतोष कुमार, जिलाध्यक्ष, यूटा।
