हल्द्वानी: डायलिसिस सेंटर में 6 माह में 20 मरीजों की मौत

हल्द्वानी: डायलिसिस सेंटर में 6 माह में 20 मरीजों की मौत

हल्द्वानी, अमृत विचार। मंडलायुक्त की छापेमारी के बाद डायलिसिस सेंटर की हकीकत जानने पहुंचे नेफ्रोप्लस कंपनी के राज्य प्रभारी को शिकायतें सुनने को मिलीं तो वह आवाक रह गए। मरीजों और तीमारदारों ने बताया कि डायलिसिस सेंटर में पिछले 6 माह में 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 

लोगों ने इस संबंध में सीएमएस डॉक्टर केके पांडे और नेफ्रोप्लस के राज्य व्यवस्था प्रभारी जितेंद्र कुमार को सौंपे ज्ञापन में कहा, अनुबंध के आधार पर सेंटर में दो नेफ्रोलॉजिस्ट तैनात किए जाएं। इसके इतर 24 साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके चिकित्सक व प्रशिक्षु की तैनाती कर खानापूर्ति की जा रही है।

ओपीडी का समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक है, लेकिन सेवानिवृत्त चिकित्सक साढ़े 11 बजे ही चले जाते हैं। गंभीर स्थिति बनाकर मरीज को रेफर कर दिया जाता है। बिजली जाने पर यूनिट की मशीने तक बंद हो जाती हैं। बीपी व शुगर की मशीनें ठीक स्थिति में नहीं है। 

शिकायत पर राज्य व्यवस्था प्रभारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि डायलसिस सेंटर में 24 घंटे चिकित्सक की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने एक बार प्रयोग होने वाले डायलाइजर का सिर्फ एक बार प्रयोग करने के साथ बिस्तरों के बदलने की व्यवस्था करने को कहा। आधा दर्जन नई बीपी मशीन दिलाएंगे।

चिकित्सक की तत्काल नियुक्ति करेंगे। साथ ही कहा, मरीज को कोई भी शिकायत है तो वह फौरन शिकायत करें। ज्ञापन देने वालों में शशिकांत, मनोज सिंह, कमला देवी, भुवन चंद्र, विरेंद्र कुमार, गंग सिंह, भूपेंद्र भट्ट, गणेश राम, मुन्नी देवी, हरीश चंद्र, आसिया, जीवन राम, शक्ति, पार्वती देवी, विरेंद्र कुमार आदि हैं।