Bareilly: घर खुद चलकर आई खुशी तो मां की आंखें छलकी, लापता बेटा सालों बाद लौटा 

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Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचार: पांच साल से लापता रामचंद्र दिवाली के मौके पर परिजनों से मिले तो उनके घर पर खुशियों का उजाला छा गया। मनोसमर्पण संस्थान के शैलेश शर्मा ने बताया कि 4 अगस्त को बिथरी चैनपुर क्षेत्र के आलमपुर गांव के पास नेशनल हाईवे पर करीब 44 वर्षीय एक व्यक्ति मानसिक बीमार और लावारिस हालत में भटकता हुआ मिला था। युवक को रजऊ परसपुर स्थित मनोसमर्पण सेवा संस्थान में शिफ्ट किया। 

युवक ने काउंसलिंग के दौरान परिवार के बारे में जानकारी दी और अपना पता नेपाल के जिला रूपनदेही में बताया। टीम मनोसमर्पण के सोशल वर्कर मुकुल कुमार रामचंद्र को उसके बताए पते पर नेपाल लेकर पहुंचे तो वहां उसकी मां मिली। रामचंद्र की मां रामरती ने बताया कि रामचंद्र मानसिक बीमारी के चलते पांच साल पहले लापता हो गया था। जिसे खोजने की बहुत कोशिश की लेकिन वह नहीं मिला। रामचंद्र के तीन बच्चे हैं। दिवाली पर खोया हुआ बेटा मिलने पर उसकी मां और परिजन खुश हो गए।

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