हल्द्वानी: NSG कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी की गोली लगने से दिल्ली में मौत, परिवार में शोक की लहर

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। बिंदुखत्ता के निवासी और एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। वह 30 वर्ष के थे और पिछले 10 वर्षों से कुमाऊं रेजीमेंट के अंतर्गत एनएसजी कमांडो के रूप में सेवा दे रहे थे। नरेंद्र की मौत की घटना ने उनके परिवार और पूरे इलाके में शोक की लहर पैदा कर दी है। 

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, नरेंद्र की मौत 6 नवंबर को दिल्ली में फायर ड्रिल के दौरान हुई, जिसमें गोली लगने की आशंका जताई जा रही है। गोली लगने के बाद, उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से उनके घर लाए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है, और उम्मीद जताई जा रही है कि उनका शव आधी रात के बाद घर पहुंचेगा। 

नरेंद्र सिंह भंडारी के पिता, स्व. गोपाल सिंह भंडारी भी पूर्व सैनिक रहे थे, जिनका दो वर्ष पूर्व निधन हो गया था। बड़े भाई यशवंत सिंह भंडारी बिंदुखत्ता में किसान हैं, जबकि मझला भाई माधो सिंह रेलवे में लोको पायलट के पद पर कार्यरत हैं। नरेंद्र की मां माधवी देवी और छोटी बहन हीरा भंडारी सहित परिवार के सदस्य इस घटनाक्रम से सदमे में हैं। 

नरेंद्र सिंह भंडारी की आगामी 19 नवंबर को शादी होने वाली थी। उनकी शादी कुमाऊं के लोहाघाट निवासी एक युवती से तय हुई थी और शादी के कार्ड भी बंट चुके थे। परिवार के सदस्य बताते हैं कि एक घंटे पहले ही नरेंद्र ने अपने परिजनों से शादी की तैयारियों को लेकर विस्तृत बातचीत की थी, जिसके बाद वह अपने दोस्तों से भी बात कर रहे थे। 

हालांकि, गोली लगने की घटना को लेकर परिवार के सदस्य संदेह व्यक्त कर रहे हैं। इस संदिग्ध परिस्थिति को लेकर दिल्ली पुलिस और एनएसजी द्वारा मामले की जांच की जा रही है, लेकिन फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। 

आज गुरुवार को, नरेंद्र सिंह भंडारी का अंतिम संस्कार पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। इस दुखद घटना ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र को गहरे शोक में डुबो दिया है। नरेंद्र की कर्तव्यनिष्ठा और वीरता को याद करते हुए स्थानीय लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।

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