45 हजार राजमिस्त्रियों के साथ 7017 रानी मिस्त्री भी तैयार, ''रूरल मेसन ट्रेनिंग'' कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाएं भी बन रहीं दक्ष
लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश में 45 हजार राजमिस्त्रियों के साथ 7017 रानी मिस्त्री भी तैयार हो गई हैं। रानी मिस्त्रियों का प्रशिक्षण महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। पुरुषों के वर्चस्व वाले इस क्षेत्र में अब महिलाएं भी अपने हुनर से पहचान बना रही हैं। ''रूरल मेसन ट्रेनिंग'' कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाओं का प्रशिक्षण उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना रहा है।
ग्राम्य विकास विभाग द्वारा पुरूषों के साथ विशेष रूप से महिलाओं को जोड़ा जा रहा है, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मददगार साबित हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कुशल राजमिस्त्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के ग्रामीण आयोजित किया जा रहा है। जो पहले से राजगीरी का काम करते हैं, उन्हें 15 दिन का और नए प्रशिक्षुओं को 45 दिन का व्यापक प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण न केवल तकनीकी कौशल सिखाता है, बल्कि निर्माण कार्यों में तेजी लाने और गुणवत्ता बढ़ाने में भी सहायक है।
