Kanpur Crime: दो युवाओं की जवानी नशे में हुई बर्बाद...पहले छोड़ा परिवार अब खुद भी जिंदगी से किया अलविदा
नशे में खत्म हुई जवां जिंदगानी
‘नशा नाश की जड़ है’ यह स्लोगन अक्सर सार्वजनिक स्थलों पर लिखा नजर आता है, मगर इस स्लोगन का कोई मायने समझ में नहीं आता। न तो नशा करने वाले लोग इससे सीख लेते हैं और न ही स्लोगन गढ़ने वाले लोग इसे अमलीजामा पहनाते हैं। शहर में फिर दो युवाओं की जवानी नशे में ऐसा बर्बाद हुई कि जिंदगानी ही खत्म हो गई। एक युवक ने अपना नशा पूरा करने के लिए अपने परिवार को ही छोड़ दिया था, जबकि दूसरे ने अपने दो भाइयों की मौत के बाद भी नशे की लत में डूबता गया और आखिर जान गवां बैठा।
घटना-1
युवक ने पड़ोसी के घर में फांसी लगा दी जान
पड़ोसी के खाली मकान में युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। फंदे से शव लटका देख पड़ोसी के परिजनों ने हनुमंत विहार पुलिस को सूचना दी। युवक के चचेरे भाइयों ने बताया कि अपनी नशे की लत के कारण उसने फांसी लगाई है।
उस्मानपुर निवासी प्रमोद तिवारी की कई साल पहले मौत हो गई थी। 27 साल पहले उनकी पत्नी की भी मौत हो गई थी। उनके परिवार में 28 वर्षीय एकलौता बेटा शिवम था। शिवम के चचेरे भाई उत्कर्ष ने बताया कि उनके एक ताऊ प्रकाश नारायण पांडुनगर में सिक्योरिटी गार्ड हैं। उनके परिवार में भी कोई नहीं है। माता-पिता की मौत के बाद शिवम उन्हीं के साथ रहता था। इधर काफी समय से अपनी नशे की लत के कारण शिवम पड़ोसी राकेश पांडेय के खाली घर में रहने लगा था।
शिवम उनके घर के काम निपटाता और वहीं सो जाता था। जिस मकान में शिवम रहता था, वहां राकेश के परिजन आते-जाते थे। राकेश का परिवार दूसरे घर में रहता है। शुक्रवार की सुबह करीब 7 बजे राकेश की पत्नी घर पहुंचीं तो शिवम का शव फंदे पर लटक रहा था।
उन्होंने इसकी जानकारी अपने परिवार को दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हनुमंत विहार पुलिस का कहना है कि युवक ने नशे का आदी था। नशे की लत के कारण ही उसने फांसी लगाई है।
घटना-2
गुजैनी नाले के पास मिला युवक का शव
गुजैनी नाले के पास शुक्रवार सुबह युवक का शव मिलने से हड़कंप मच गया। क्षेत्रीय लोगों ने युवक के परिजनों के साथ पुलिस को सूचना दी। परिजनों के अनुसार युवक नशे का लती था, शराब की लत में दो भाइयों की भी मौत हो चुकी है।
जरौली फेस-टू निवासी 42 वर्षीय धर्मेंद्र कश्यप फजलगंज में ट्रक की कमानी का काम करता था। पांच भाइयों में धर्मेंद्र चौथे नंबर का था। बड़े भाई कमलेश व सुनील हैं। धर्मेंद्र के भतीजे आदित्य व कृष्णा ने बताया कि वह दादी राजाबेटी के साथ रहते थे। नवंबर 2023 में दादी की मौत के बाद से अकेले थे।
शराब की लत के कारण उनका शरीर काफी कमजोर हो गया था। उनके दो भाइयों की भी शराब पीने और लीवर डैमेज होने से मौत हो चुकी है। शुक्रवार की सुबह मोहल्ले के लोगों ने सूचना दी कि नाले के पास धर्मेंद्र का शव पड़ा है। परिवार के लोग पहुंचे, तभी पुलिस भी आ गई। परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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