बाराबंकी : अनुरक्षण शुल्क, अग्नि सुरक्षा और ईएसआईसी अस्पताल की मांग
आईआईए चेयरमैन ने समाधान दिवस में उठाया मुद्दा
बाराबंकी : उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लक्ष्य के साथ यूपीसीडा ने समाधान दिवस का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने की। समाधान दिवस में आईआईए बाराबंकी चैप्टर के चेयरमैन कैप्टेन राजेश तिवारी ने कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र में छोटे उद्योगों की सुरक्षा के लिए केंद्रीकृत वाटर टैंक और हाइड्रेंट लाइन की स्थापना का प्रस्ताव रखा।
उन्होंने मांग की कि जिन उद्योगों को जिला उद्योग केंद्र से ईएम पार्ट टू मिल चुका है, उन्हें प्रोडक्शन स्टार्ट प्रमाणन से छूट दी जाए। साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में ईएसआईसी डिस्पेंसरी या अस्पताल खोलने की मांग भी रखी। उन्होंने फायर स्टेशन में आवासीय भवन की स्वीकृति का मुद्दा भी उठाया। एक महत्वपूर्ण मांग अनुरक्षण शुल्क को लेकर रखी गई। श्री तिवारी ने सुझाव दिया कि पूरे प्रदेश में एक समान दर के बजाय क्षेत्र के अनुसार अनुरक्षण शुल्क निर्धारित किया जाए। यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। मंत्री नंदी ने भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई का संकेत देते हुए एक यूपीसीडा कर्मचारी की बर्खास्तगी का उदाहरण दिया। उन्होंने उद्यमियों से भ्रष्टाचार के खिलाफ सहयोग की अपील की।
डीएम ने नालों और पुल के धीमे निर्माण पर जताई नाराजगी
मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बुधवार को शहर के संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने जगनेहटा के पास जमुरिया नाले और रेठ नदी के संगम स्थल का दौरा किया। डीएम ने पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड-3 द्वारा बनाए जा रहे नए पुल का जायजा लिया। साथ ही जयहिंद इंटर कॉलेज, पटेल तिराहा और घोसियाना क्षेत्र के पास नालों की स्थिति देखी। पटेल तिराहे के पास पुराने पुल को तोड़कर नए पुल के निर्माण कार्य की प्रगति भी देखी।
निर्माण कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने निर्माण एजेंसी को वर्षा ऋतु से पहले काम पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय से निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर करने को कहा। जगनेहटा के पास जमुरिया नाले और रेठ नदी के मिलन बिंदु पर कचरे और गाद के जमाव से पानी का प्रवाह बाधित पाया गया। डीएम ने अधिकारियों को जल्द से जल्द नालों की सफाई और ड्रेजिंग का काम पूरा करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम नवाबगंज आनंद कुमार तिवारी, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी, सिंचाई विभाग के अभियंता और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
चौपाल में आईं सफाई, जल निकासी और आवारा पशुओं की समस्याएं

जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बुधवार को सत्यप्रेमी नगर वार्ड में चौपाल लगाकर जनता से सीधा संवाद किया। भुइहारे बाबा मंदिर परिसर में आयोजित चौपाल में उपजिलाधिकारी नवाबगंज आनन्द कुमार तिवारी और नगर पालिका के ईओ संजय शुक्ला भी मौजूद रहे। चौपाल में सबसे ज्यादा शिकायतें साफ-सफाई और जल निकासी को लेकर आईं। डीएम ने नगर पालिका को सभी वार्डों में तत्काल सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए। स्थानीय निवासी राजकिशोर ने बंदरों के आतंक की समस्या उठाई, जिस पर डीएम ने बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाने के आदेश दिए।
नरेंद्र श्रीकृष्ण ने राम सेवक पार्क के पास शराब पीकर घूमने वालों की शिकायत की। डीएम ने इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही आवारा पशुओं को गौशाला भेजने, लटकते बिजली के तारों की मरम्मत और जलभराव की समस्या के समाधान के आदेश दिए। जिलाधिकारी ने दुधेश्वर नाथ मंदिर और भुइहारे बाबा मंदिर का निरीक्षण किया। जनता की मांग पर राम सेवक यादव पार्क में हाईमास्ट लाइट लगाने के निर्देश दिए। कैलाश आश्रम वार्ड में भी चौपाल लगाकर समस्याएं सुनीं। उपस्थित लोगों ने कहा कि चौपाल से उन्हें अपनी समस्याएं सीधे जिला प्रशासन तक पहुंचाने का मंच मिला है। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम पूरे जिले में नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की।
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