कानपुर : रैपिड रेल के लिए डीपीआर तैयार कराएगा मेट्रो रेल कार्पोरेशन

बैराज तक मेट्रो का विस्तार, लखनऊ पहुंचाएगी हाईस्पीड ट्रेन, एलडीए से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद तेज हुई कवायद
Kanpur Metro operations gain momentum: गंगा बैराज से लखनऊ के अमौसी तक रैपिड रेल के संचालन के लिए अब मेट्रो रेल कार्पोरेशन डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराएगा। इसके लिए जल्द ही कंसलटेंट की तैनाती की जाएगी। कानपुर विकास प्राधिकरण से पहले ही एनओसी मिल चुकी है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर कार्पोरेशन उसे मंजूरी के लिए शासन को भेजेगा और फिर कैबिनेट से पास कराएगा। शहरवासी आसानी से गंगा बैराज तक पहुंच सकें इसके लिए चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से मेट्रो का विस्तार किया जाएगा। यह परियोजना मेरठ से दिल्ली तक संचालित रैपिड रेल की तर्ज पर ही बनेगी।
मंडलायुक्त की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति ने 2014 में गंगा बैराज से अमौसी तक रैपिड रेल के संचालन के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा था। तब तत्कालीन मुख्य सचिव ने परियोजना को उपयुक्त मानते हुए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराने के आदेश दिए थे। कानपुर मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने उस समय प्रक्रिया शुरू की थी। प्रस्ताव नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन को 2015 में भेजा गया था वहां से भी हरी झंडी मिलने के बाद 2021 में इसका ड्राफ्ट भी तैयार करा लिया गया था लेकिन बाद में यह प्रोजेक्ट आलमारी में बंद हो गया।
2024 के लोकसभा चुनाव के बाद सांसद रमेश अवस्थी ने परियोजना के लिए पुन: प्रयास शुरू किया तो कार्पोरेशन की ओर से एनओसी के लिए प्रस्ताव एलडीए को भेजा गया। वहां से अब एनओसी मिल गई है तो डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराने की प्रक्रिया अब शुरू होगी। योजना के तहत गंगा बैराज से मगरवारा होते हुए अजगैन, जैतीपुर, उन्नाव, बनी से अमौसी एयरपोर्ट तक यह इस ट्रेन को दौड़ाने की योजना है इसे अमौसी एयरपोर्ट पर मेट्रो प्रोजेक्ट से लिंक किया जाएगा।
पांच साल में प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य
मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने पांच साल में परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में तेजी के साथ डीपीआर बनेगी और उसे मंजूरी दिलाने का प्रयास किया जाएगा। एलडीए का जो मास्टर प्लान है उसके अनुरूप ही प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा जाएगा ताकि मास्टर प्लान का कहीं उल्लंघन न हो। जल्द ही एनएचएआई, रेलवे व अन्य विभागों से भी एनओसी ली जाएगी।
ये लाभ होगा
शहर से हर दिन पांच हजार लोग नौकरी के लिए सुबह 10 बजे तक विभिन्न ट्रेनों से लखनऊ जाते हैं और करीब इतने ही लोग यहां नौकरी करने के लिए आते हैं। मेमू ट्रेनों में इतनी भीड़ हो जाती है कि लोगों को समस्याएं भी आती हैं। कई बार ट्रेनों के लेट होने या रद्द होने की स्थिति में लोग देर से ऑफिस पहुंचते हैं। जब रैपिड रेल का संचालन होगा तो लोग आसानी से लखनऊ आ – जा सकेंगे। सांसद रमेश अवस्थी ने बताया कि परियोजना मूर्त रूप लेगी क्योंकि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कानपुर के विकास को लेकर अति गंभीर हैं। विभिन्न परियोजनाएं बनाई जा रही हैं ताकि उन्हें जल्द से जल्द मंजूरी दी जाए और धरातल पर उतारा जाए।
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