Bareilly : खतरे में सफर...चौपुला पुल में कई स्थानों पर ज्वाइंट का गैप बढ़ा
बरेली, अमृत विचार। चौपुला पुल पर अधिकारी किसी हादसे का इंतजार कर रहे हैं। पुल के एक्सपेंशन ज्वाइंटों की हालत काफी खराब हो चुकी है। कई जगाहों पर एक्सपेंशन ज्वाइंट का गैप चार से पांच इंच तक बढ़ गया है। इससे न सिर्फ पुल की संरचना पर प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि पुल पर चलने वाली गाड़ियों को तेज झटकों का सामना भी करना पड़ रहा है। स्कूटी, ऑटो, ई-रिक्शा, बाइक सवार चालकों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। बावजूद, इसके जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे।
शहर में करीब 16 वर्ष पुराने चौपुला पुल पर 30 विस्तार जोड़ (एक्सपेंशन ज्वाइंट) हैं। इसके लिए अलग-अलग स्लैब डाली गई है और जोड़ वाले स्थान पर खाली जगह है। बदायूं रोड से जोड़ने के लिए बनाए गए इस पुल से रोजाना 10 से 12 हजार लोग गुजरते हैं। आलम यह है कि पुल के कई एक्सपेंशन ज्वाइंट में गैप इतना बढ़ गया है, जब उसके ऊपर से कोई वाहन गुजरता है तो काफी तेज झटका लगता है। बुजुर्ग व बीमार लोगों को निकलने में खासी दिक्कत होती है। हर ज्वाइंट पर ब्रेक लगाकर लोगों को बेहद हल्की गति से निकलना पड़ता है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि ज्वाइंटों के गैप को भरवाने के लिए पूर्व में भी मांग की गई थी। इस पर अधिकारियों ने कुछ माह पहने खानापूरी की। इससे दिक्कतें बढ़ती गईं। चौपुला पुल के पास टेंपों ठीक करने वाले राजेंद्र सोनकर बताते हैं कि गैप अधिक होने पर अक्सर टेंपों के शॉकर खराब हो जाते हैं। इधर, बताया जाता है कि एनएचएआई बदायूं के पास इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी है। इसके परियोजना निदेशक भी बदायूं बैठते हैं। चूंकि उनका पुल से कभी कभार ही गुजरना होता है, इसलिए यहां की जनता की दिक्कतों से उन्हें कोई सरोकार नहीं।
मरीजों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत
बदायूं की तरफ से आने वाले मरीजों व गर्भवती महिलाओं को चौपुला पुल पर से गुजरते समय होने वाली परेशानी को सिर्फ महसूस किया जा सकता है। हड्डी के मरीज तो इस पुल पर से गुजरने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाते हैं। पुल पर एक के बाद एक इस कदर झटके लगते हैं कि खास तौर पर हड्डी के मरीज यहां की बजाय सुभाष नगर से होकर आना पसंद करते हैं।
