World Soil Day: स्वस्थ मिट्टी पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण, मंत्री शाही की किसानों से सीधी अपील, मिट्टी का टेस्ट कराओ, फसल और पैसा दोनों बचाओ  

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार : कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि स्वस्थ मिट्टी मानव स्वास्थ्य, प्रकृति और पर्यावरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल हमारे भोजन की गुणवत्ता निर्धारित करती है, बल्कि पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाती है। इसलिए किसानों से अपील है कि वे अपने खेतों की मिट्टी का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए नियमित रूप से मृदा परीक्षण अवश्य कराएं।

कृषि मंत्री विश्व मृदा दिवस के अवसर पर शुक्रवार को आयोजित होने वाले कृषक–वैज्ञानिक संवाद तथा राज्य स्तरीय कृषक संगोष्ठी की जानकारी दे रहे थे। गुरुवार को उन्होंने बताया कि मृदा परीक्षण से किसान यह जान सकते हैं कि उनके खेतों में कौन से पोषक तत्वों की कमी है, जिससे अंधाधुंध उर्वरकों के प्रयोग से बचा जा सकता है। उन्होंने संतुलित खाद एवं उर्वरक उपयोग और वैज्ञानिक पद्धतियों को खेतों में लागू करने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि ये उपाय उत्पादन लागत को कम करेंगे और भूमि की दीर्घकालिक उर्वरता बनाए रखने में सहायक होंगे, जिससे भविष्य की पीढ़ियों को भी उपजाऊ भूमि प्राप्त हो सकेगी।
मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि इन कार्यक्रमों में मृदा स्वास्थ्य पर विशेष संगोष्ठी आयोजित की जाएगी तथा फसलों में समेकित पोषक तत्व प्रबंधन के महत्व पर किसानों से संवाद होगा। साथ ही मृदा उर्वरता बनाए रखने हेतु मॉडल भी विकसित किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि जनजागरूकता के लिए सभी जिलों के कृषि विज्ञान केंद्रों पर क्षेत्रीय किसानों को आमंत्रित किया जाएगा। मृदा परीक्षण के लाइव प्रदर्शन हेतु स्टॉल भी लगाए जाएंगे।

कार्यक्रम में कृषि विभाग द्वारा प्रदेश के 89 कृषि विज्ञान केंद्रों, सभी कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि क्षेत्रों में विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। कृषि निदेशालय में मृदा स्वास्थ्य एवं प्रबंधन विषय पर कार्यशाला आयोजित होगी। सभी राजकीय कृषि प्रक्षेत्रों पर अपर कृषि निदेशक (बीज एवं प्रक्षेत्र) के निर्देशानुसार विशेष कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसी के साथ मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं एवं उप कृषि निदेशालयों को भी संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। विभिन्न संस्थानों के निदेशकों को अपने संस्थानों में भी विश्व मृदा दिवस कार्यक्रम आयोजित करने के लिए निर्देशित किया गया है।

 

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