सीएमओ हुए सस्पेंड, डीएम व एसीएमओ पर लगाए गंभीर आरोप
जिलाधिकारी व सीएमओ के बीच चल रहे विवाद में आया अंतिम फैसला
.jpg)
कानपुर, अमृत विचार। शहर में चल रही जिलाधिकारी और सीएमओ के बीच खींचतान का निर्णय गुरुवार को आ गया, जिसमे जिलाधिकारी वर्तमान में अपनी कुर्सी पर काबिज है, जबकि सीएमओ को शासन स्तर से निलंबित कर दिया गया है, उनकी जगह पर श्रावस्ती में तैनात एसीएमओ डॉ.उदय नाथ को कानपुर नगर के मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात किया गया है।
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव रितु माहेश्वरी द्वारा एक पत्र जारी किया गया है, जिसमे उन्होंने कहा है कि सीएमओ डॉ.हरिदत्त नेमी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 28 अक्टूबर 2024 के क्रम में रिक्त पदों पर की जाने वाली नियुक्तियों के संबंध में चयन प्रक्रिया के विपरीत पदों का विज्ञापन प्रकाशन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उप्र की बेवसाइट पर नहीं कराया। जिला स्वास्थ्य समिति व मुख्य विकास अधिकारी, कानपुर नगर के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी आयुष परीक्षा के सापेश किये गये साक्षात्कारों का परिणाम साक्षात्कार के चार दिवस के भीतर न कराकर चयन के काफी समय के बाद तक जिला स्वास्थ्य समिति से अनुमोदित नहीं कराये जाने से चयन प्रक्रिया सम्पन्न नहीं हुई।
वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी को वित्तीय परीक्षण व पदेन कार्यों से विरत करते हुए उनके स्थान पर गैर वित्त सेवा के अधिकारी से कार्य लिये जाने आदि आरोपों में डॉ. हरिदत्त नेमी को सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली-1999 के नियम-4(1) के अन्तर्गत तात्कालिक प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में उनको कार्यालय महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, उप्र, लखनऊ से संबद्ध किया जाता है। निलंबन के बाद तत्कालीन सीएमओ डॉ.हरिदत्त नेमी ने प्रेसवार्ता की, जिसमे उन्होंने जिलाधिकारी व एसीएमओ डॉ.सुबोध प्रकाश यादव के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि वह मामले के संबंध में कोर्ट जाकर अपना पक्ष रखेंगे।
यह भी पढ़ें:- खत्म हो गई बचपन की प्रेम कहानी : प्रेमिका ने प्रेमी के घर में फंदा लगाकर दी जान