खाद्यान्न घोटाले का आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी गिरफ्तार, 20 वर्ष पूर्व बलिया के सिकंदरपुर थाने में दर्ज हुई थी रिपोर्ट

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। बलिया खाद्यान्न घोटाले के आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद वर्मा को ईओडब्ल्यू की टीम ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। राजेन्द्र प्रसाद ने 2002-2005 के बीच ग्राम पंचायत अधिकारी रहने के दौरान गांवों में बिना विकास कार्य कराये ही 67.13 लाख रुपये की हेराफेरी की थी। इस मामले में 20 वर्ष पूर्व बलिया के सिकंदरपुर में एफआईआर दर्ज की गई थी।

ईओडब्ल्यू के अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी राजेंद्र प्रसाद वर्मा मूलत: बलिया के सिकंदरपुर के पंदह गांव का रहने वाला है। संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत केंद्र व राज्य सरकार द्वारा 2002 से 2005 के बीच में बलिया के पंदह ब्लॉक के गांवों में पंचायत अंश से मिट्टी कार्य, नाली निर्माण, खड़न्जा, पटरी मरम्मत, सम्पर्क मार्ग, सी0सी0 और पुलिया निर्माण का कार्य कराया जाना था। यह कार्य मानक के अनुसार नहीं हुआ। अधूरा छोड़ दिया गया।

मामले की जांच में सामने आया कि ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान, कोटेदार सभी ने मिली भगत कर मस्टर रोल पर फर्जी श्रमिकों के नाम दर्ज कर मजदूरी के 34,70,381 रुपये और खाद्यान्न के लिए आवंटित 32,43,600 का वितरण दिखाकर रुपये हड़प गये।

आरोपी ने फर्जी 92 मस्टर रोल तैयार कर साथियों से मिलकर फर्जी श्रमिकों को नकद राशि व खाद्यान्न का आवंटन किया जाना दिखाया था। इस मामले में 12 आरोपियों की भूमिका पायी गई। जिनके खिलाफ ईओडब्ल्यू ने साक्ष्य जुटा लिए हैं। आरोपी राजेंद्र काफी दिनों से फरार चल रहा था। आरोपी घोटाले के समय पंदह ब्लॉक में ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर तैनात था।

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