91 फीसदी छात्रों ने दी मिशन पहचान परीक्षा : जनपद के 58,242 विद्यार्थियों में से 52,724 ने लिया भाग
बाराबंकी, अमृत विचार : जिले के राजकीय और अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के विद्यार्थियों ने मिशन पहचान परीक्षा में उत्साहपूर्वक भाग लिया। आत्मविश्वास और ज्ञान को परखने वाली इस बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तरी परीक्षा में 91 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, 41 राजकीय और 35 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के कुल 58,242 विद्यार्थियों में से लगभग 52,724 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। विद्यार्थियों ने ओएमआर शीट पर प्रश्नों के उत्तर देकर अपने अधिगम स्तर का प्रदर्शन किया।
दो दिन और दो पालियों में हुई परीक्षा : यह परीक्षा दो दिनों और दो पालियों में आयोजित की गई। उद्देश्य था कि विद्यार्थियों को अधिकतम अवसर और सुविधाजनक माहौल मिल सके। परीक्षा की निगरानी के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के लेखाधिकारी, सभी सहायक कर्मचारी और खंड शिक्षा अधिकारी लगातार भ्रमणशील रहे, ताकि परीक्षा पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से पूरी हो।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बनेगी मजबूत नींव : डीआईओएस ओपी त्रिपाठी ने बताया कि इस तरह की मूल्यांकन प्रणाली से विद्यार्थियों को अपनी तैयारी परखने का मौका मिलता है। साथ ही यह प्रक्रिया उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं (जैसे नीट और जेईई) के लिए मजबूत आधार प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि मिशन पहचान के प्रयासों से अब राजकीय विद्यालयों के छात्र भी बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं।
सफलता की ओर कदम : शिक्षा विभाग का मानना है कि मिशन पहचान परीक्षा न केवल विद्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति का आकलन करती है बल्कि उनमें आत्मविश्वास, प्रतिस्पर्धा और अनुशासन की भावना भी विकसित करती है। यह कार्यक्रम आने वाले समय में जनपद के विद्यार्थियों को और बेहतर भविष्य की ओर ले जाने का सशक्त माध्यम बन रहा है।
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