Bareilly: एबीवीपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी नहीं, तब तक काम पर नहीं लौटेंगे कर्मचारी
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम कर्मचारियों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं के बीच शुक्रवार को हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। शनिवार को नगर निगम के कर्मचारियों ने सुबह ही कामकाज ठप कर कूड़े की गाड़ियां और बुलडोजर नगर निगम गेट पर खड़े कर प्रदर्शन किया। निगम परिसर में कर्मचारी धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों को अन्य विभागों की यूनियनों का भी समर्थन मिला। उनकी मांग है कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए। ऐसा नहीं होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी।
नगर निगम में दोपहर करीब 1 बजे मेयर डॉ. उमेश गौतम ने भी धरना स्थल पर कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया। कर्मचारियों ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के लोगों ने नगर निगम कार्यालय में घुसकर नगर आयुक्त के साथ अभद्रता और तोड़फोड़ की। मेज और दरवाजे के शीशे तक तोड़ दिए गए। दोनों पक्षों के बीच मारपीट और धक्कामुक्की तक की नौबत तक आ गई। जब वह बचाव के लिए आए तो एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उनसे भी धक्का-मुक्की और मारपीट करने की कोशिश की। बावजूदअब तक कोई कार्रवाई न होना इनकी गुंडई को बल देने जैसा है। मेयर ने यह घर का मामला है, इसे बातचीत से सुलझाना ही बेहतर रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह नगर आयुक्त, डीएम और विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मामले का समाधान निकालेंगे, लेकिन कर्मचारी कार्रवाई की मांग पर अड़ रहे।
आरोप है कि बातचीत के दौरान कर्मचारी नहीं माने तो मेयर ने उनकी ही गलती बताकर दोनों तरफ से क्राॅस रिपोर्ट दर्ज होने की बात कही। इस पर कर्मचारी नेता नाराज हो गए और मेयर से कहा वह किसी कीमत पर समझौता नहीं करेंगे चाहें क्राॅस रिपोर्ट दर्ज हो जाए। कर्मचारी नेता महामंत्री राज कुमार ने कहा कि एबीवीपी गुंडों का सक्रिय संगठन है, जो व्यापारियों से लूटमार करता है और कॉलेजों में रैगिंग करता है। इनको नेताओं का संरक्षण है। शुक्रवार को इनको नगर आयुक्त पर हमला करने के लिए भेजा गया था। नगर निगम कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष विष्णु पाल सिंह ने कहा कि एबीवीपी वालों की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जब तक एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक सफाई कर्मी काम पर नहीं लौटेंगे। भारतीय राष्ट्रीय वाल्मिकी संघ के अध्यक्ष मनोज थपलियाल ने कहा कि पूरा मामला निगम कार्यालय के सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो चुका है। नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ठाकुर मिशन पाल सिंह ने कहा रविवार को भी निगम परिसर में आंदोलन जारी रहेगा। महक सिंह ने कहा कि यह अब आर-पार की लड़ाई है।
नगर आयुक्त के आश्वासन पर भी नहीं माने, आज भी होगा आंदोलन
शनिवार शाम करीब 4 बजे नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य धरना स्थल पर पहुंचे और यूनियन के नेताओं से कहा कि धरना देने की वजह से शहर में सफाई व्यवस्था ठप हो गई। घरों से कूडा नहीं उठा, शहर एक बड़ी आबादी इससे परेशान है। आश्वासन दिया कि अभद्रता करने वाले एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई होगी। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। हालांकि नगर आयुक्त से बातचीत के दौरान भी कोई समाधान नहीं निकला। कर्मचारी नेताओं ने आज भी धरने पर बैठने की बात कही है।
नगर आयुक्त का सम्मान पहले, बाद में हमारे समाज का
सफाई कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि आज तक के इतिहास में नगर निगम परिसर में इस तरह की शर्मनाक घटना नहीं हुई। कर्मचारियों से अभद्रता करने तक का मामला होता तो एक बार के लिए कुछ गुंजाइश सोच सकते थे, लेकिन नगर आयुक्त के सम्मान पर आंच से उनको ठेस पहुंची है। नगर आयुक्त का सम्मान सबसे पहले है, क्योंकि वह उनके ही नहीं या आने वाले हर फरियादी के लिए एक उम्मीद हैं।
