Bareilly : एक-एक गोली का हिसाब...कट्टों में भरकर कलेक्ट्रेट पहुंच रहे खाली खोखे
बरेली, अमृत विचार। शस्त्र धारकों को एक-एक कारतूस का हिसाब देना पड़ रहा है। दागे कारतूस का खोखा देने पर ही शस्त्र विक्रेता लाइसेंसधारक को उतने ही कारतूस बेच रहे हैं। इन खोखों को एकत्र करने के बाद शस्त्र विक्रेताओं को कट्टों में भरकर कलेक्ट्रेट के शस्त्र अनुभाग में जमा करना पड़ रहा है। जनपद में हर माह करीब सात हजार कारतूस दागे जा रहे हैं। इन खोखों के सत्यापन के बाद ही शस्त्र विक्रेताओं को नए कारतूस बेचने की अनुमति दी जाती है।
कारतूसों की अवैध बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने बहुत सख्ती कर रखी है। एसडीएम और सीओ हर माह शस्त्र विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर पहुंचकर रजिस्टर चेक कर रहे हैं। शस्त्र विक्रेताओं की ओर से भेजे गए कारतूसों के खाली खोखों से भरे कट्टों का कलेक्ट्रेट के शस्त्र अनुभाग में ढेर लगा हुआ है। जानकारी करने पर अफसरों ने बताया कि प्रत्येक माह शस्त्र विक्रेता दागे हुए कारतूसों के खोखों को कट्टों में भरकर जमा करते हैं, कुछ दिन पहले कट्टे आए हैं।
प्रत्येक माह में करीब सात हजार कारतूस जनपद में दागे जा रहे हैं। एक-एक कारतूस का हिसाब-किताब शस्त्र विक्रेताओं को देना पड़ रहा है। जनपद में करीब 48 हजार शस्त्र हैं, लेकिन जब से नियम सख्त हुए हैं तब से बड़ी संख्या में लोग हर्ष फायरिंग करना भूल गए हैं। तीन साल पहले कारतूसों का हिसाब-किताब वर्तमान की तरह नहीं लिया जाता था, तब शस्त्र धारक बड़ी संख्या में कारतूस खरीदते थे।
अभिनेत्री दिशा पाटनी के पिता ने पिस्टल का लाइसेंस बनवाया
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ द्वारा फायरिंग कराने के बाद अभिनेत्री दिशा पाटनी के परिजन डरे हुए हैं। इस वारदात के बाद अभिनेत्री के पिता सेवानिवृत्त सीओ जगदीश पाटनी ने परिवार की सुरक्षा के मद्देनजर पिस्टल का लाइसेंस बनवाया है। कलेक्ट्रेट के शस्त्र अनुभाग के अफसरों ने बताया कि जगदीश पाटनी ने पिस्टल का लाइसेंस बनवाया है। इस हाईप्रोफाइल वारदात में अभिनेत्री के घर फायरिंग करने वाले दो बदमाश एनकाउंटर में मारे गए थे।
