UP बार काउंसिल चुनाव के लिए नामांकन कल से, कानपुर से 15 से अधिक हैं वकील हैं दावेदार

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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शैलेश अवस्थी/कानपुर। सात साल बाद हो रहे उत्तर प्रदेश बार काउंसिल चुनाव के लिए 14 नवंबर से 19 तक नामांकन की तैयारी मुकम्मल हो गई है l अपने कानपुर से 15 से अधिक अधिवक्ता दावेदार हैं, लेकिन सटीक संख्या 19 को नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पता लगेगी l

उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की 25 सदस्यीय कार्यकारिणी में कानपुर से अभी तो तीन अधिवक्ता योगेंद्र स्वरुप, अंकज मिश्रा और अनुराग पांडे सदस्य हैं l इसमें अनुराग पांडे उपाध्यक्ष हैं l इस बार भी ये तीनों फिर मैदान में हैं l अंकज मिश्रा भी उपाध्यक्ष रह चुके हैं l  इस बार चार चरणों में तय चुनाव के लिए 16 से 21 जनवरी तक मतदान होगा l

कानपुर और कानपुर देहात सहित 18 जिलों में 27 और 28 जनवरी को वोट डाले जाएंगे l इस बार कानपुर से कौन्सिल में संख्या बढ़ाने की रणनीति है l अब हार-जीत का फैसला आठ-नौ महीने बाद ही संभव है, क्यूंकि वोटों की गिनती में इतना समय तो लग ही सकता है l दावतों, जनसंपर्क, वादे और मिलमिलाप का दौर शुरू हो गया है l

वकीलों के लिए सम्मान पेंशन, चिकित्सा और सुरक्षा प्रमुख मुद्दे हैं कानपुर के कोई 12 हज़ार वोटरों के अलावा सूबे के अन्य ज़िलों के दौरे भी तेज़ हो गए हैं l इस बार नामांकन फीस 25 हज़ार रुपए से बढ़ाकर डेढ़ लाख और वोटर लिस्ट के लिए 25 हज़ार अतिरिक्त कर दी गई है l सर्वाधिक वोटर तो प्रायागराज, कानपुर, बनारस, लखनऊ, आगरा और बनारस सहित बड़े जिलों में हैं l

इन दावेदारों की तैयारी तेज़ 
बार काउंसिल उपध्यक्ष अनुराग पांडे, योगेंद्र स्वरूप, अंकज मिश्रा, पूर्व बार अध्यक्ष नरेश चंद्र त्रिपाठी, अजीत शुक्ला, पूर्व महामंत्री अनुराग श्रीवास्तव, लायर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं महामंत्री नदीम रऊफ खान सहित 15 से अधिक वकील मैदान में उतरने की तैयारी कर चुके हैं l कुछ चुनावी बयार देखने के बाद 19 को नामांकन करवा सकते हैं l योगेंद्र स्वरूप पहले भी पदाधिकारी रह चुके हैं l

पिछली बार की कार्यकारिणी ऐसी रही
2018 के बार काउंसिल चुनाव में सात-सात सदस्य प्रयागराज और लखनऊ, एक-एक गोरखपुर, आगरा, बिजनौर, बुलंदशहर, मेरठ, बरेली और लखीमपुर खीरी, कानपुर दो सदस्य योगेंद्र स्वरूप और अंकज मिश्रा चुने गए थे l आगरा के एक सदस्य की मृत्यु के बाद उनके स्थान पर फिर चुनाव हुआ और जीत का सेहरा कानपुर के अनुराग पांडे के सिर बंधा l पहले अंकज फिर अनुराग उपाध्यक्ष बने l कार्यकाल पांच साल का होता है, लेकिन वकीलों के सीओपी नवीनीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई, इस कारण दो साल विलम्ब से चुनाव हो रहा है l

नए चेहरे आएं तो बेहतर हो
बार काउंसिल उम्मीदवार लायर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नदीम रऊफ खान का कहना है कि कई अधिवक्ता कई बार सदस्य रह चुके हैं और फिर मैदान में हैं l बेहतर हो कि नए चेहरों को चुना जाए और तब उन्हें भी काम करने का मौका मिलेगा l हो सकता है उत्साह से लबरेज ऐसे सदस्य नए आइडिया सुझाएं और अधिवक्ता हित में बेहतर काम हो सके l हम अधिवक्ताओं की सुरक्षा और चिकित्सा के इंतज़ाम का प्रयास करेंगे।

अधिवक्ता हित ही सर्वोपरि है
फिर किस्मत आज़मा रहे अधिवक्ता अनुराग पांडे ने कहा कि उनके लिए अधिवक्ता हित सर्वोपरि है l उनकी पेंशन, चिकित्सा, सुरक्षा और सम्मान ज़रूरी है और इसके लिए हर संभव कोशिश की है और इस बार इसे अंजाम तक पहुंचाना ही हमारी प्राथमिकता है l यह सब सरकार, बार, बेंच के बीच समन्वय बना कर करेंगे l

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