बीबीएयू के नवीन अरोरा को मिली फेलोशिप उपाधि... Prof. Arora की खोज से यूपी में ऊसर भूमि की उत्पादकता बढ़ी

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

मिट्टी में पाए जाने वाले बैक्टीरिया और फफूंद को प्रयोगशाला में उगाया

लखनऊ, अमृत विचार: बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नवीन अरोरा को माइक्रोबायोलॉजी में उत्कृष्ट योगदान के लिए देश की प्रतिष्ठित फेलो ऑफ अकादमी ऑफ माइक्रोबायोलॉजिकल साइंसेज़ की उपाधि प्रदान की गई है। यह सम्मान उन्हें देहरादून में आयोजित एसोसिएशन ऑफ माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स ऑफ इंडिया के 66वें वार्षिक सम्मेलन तथा नेक्स्ट-जन माइक्रोबायोलॉजी एजुकेशन, इनोवेशन एंड रिसर्च फॉर इकॉनमी, एनर्जी एंड एनवायरनमेंट अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दिया गया।

प्रो. अरोरा को यह उपाधि पौधा–सूक्ष्मजीव अंतःक्रिया के क्षेत्र में उनके शोध कार्य के लिए मिली है। उन्होंने पादप-विकास प्रवर्धक बैक्टीरिया की कई नई प्रजातियों की पहचान की है और यह स्पष्ट किया है कि राइजोस्पेयर बैक्टीरिया विशेषकर जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न तनावपूर्ण परिस्थितियों में पौधों की वृद्धि को किस प्रकार बढ़ावा देते हैं।

उनके विकसित नए बायोफर्टिलाइज़र की मदद से उत्तर प्रदेश की लवणता प्रभावित “ऊसर” भूमि का पुनर्स्थापन हुआ है, जिससे मध्य यूपी के किसानों की भूमि की उत्पादकता और उनकी आजीविका में सुधार आया है। इसके साथ ही उन्होंने मिट्टी में पाए जाने वाले बैक्टीरिया और फफूंद को प्रयोगशाला में उगाने के लिए एक नवीन वीगन मीडिया तैयार किया है, जिसे पेटेंट भी प्राप्त हुआ है।

संबंधित समाचार